सार
राजस्थान में रविवार से सियासी घमासान जारी है। जिसके चलते हुए कांग्रेस पार्टी के नेताओं के बीच आंतरिक कलह खुलकर सामने आई। इसके बाद आरोप- प्रत्यारोप का दौर जारी है। हर नेता किसी को कुछ भी बोल रहा है, अब पायलट गुट के माने जाने वाले नेता ने गहलोत खेमें के नेता को दलाल कह दिया।
जयपुर. राजस्थान की राजनीति में अभी तक भी सब कुछ सही नहीं हुआ है। पिछले पांच दिन में हालात ये हो गए हैं सीएम अशोग गहलोत खेमे के नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलेट गुट के नेताओं ने एक दूसरे गुट के नेताओं के खिलाफ बदजुबानी अभी तक भी जारी है। गहलोत खेमे के नेताओं को कभी डोकरा कहा जा रहा है तो कभी दलाल। गहलोत खेमे के नेताओं का भी कहना है कि अमित शाह की गोद में बैठने वाले को सीएम नहीं बना सकते। इस बयानबाजी के बीच अब सचिन पायलेट गुट के नेता, विधायक वेद प्रकाश साोलंकी का बयान सामने आया हैं। गहलोत गुट के बेहद करीबी नेता को उन्होनें बिना नाम लिए दलाल बोला है। बीती रात उन्होनें मीडिया के सामने ये बयान दिए हैं। गौरतलब है कि फिलहाल सीएम गहलोत और सचिन पायलेट दोनो नेता दिल्ली में ही हैं।
आलाकमान हमारा सब कुछ, वह जो करेगा सब सही
पायलट गुट से माने जाने वाले मंत्री मुरारी लाल मीणा और विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने इशारों में अपने बयान दाग दिए। सोलंकी ने बुधवार रात को कहा कि जो लोग कांग्रेस को कमजोर करने का काम कर रहे हैं उनका चेहरा और चरित्र सामने आ गया है। हमें आलाकमान में पूरा विश्वास है। वह जो फैसला लेंगे राजस्थान के हित में होगा। सोलंकी ने कहा कि हमें आलाकमान में पूरी आस्था है। वहीं गहलोत के करीबी कांग्रेस नेता और आरटीडीसी के चैयरमेन धर्मेंद्र राठौड़ को लेकर किए गए एक सवाल पर उन्होंने कहा कि वह एक दलाल है और बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए दलाली का काम करते हैं।
हाईकमान के खिलाफ नही की बगावत
सोलंकी से पहले मंत्री मुरारीलाल ने भी जयपुर में एक पीसी की थी और इस पीसी में कहा था कि हमने आलाकमान के खिलाफ किसी तरह की कोई बगावत नहीं की है। हांलाकि रविवार को जो गहलोत गुट के मंत्रियों ने कांग्रेस के हाईकमान नेताओं के साथ किया, उनका जो अनादर किया वह सही नहीं है। उनके आदेशों की तौहीन कराना बेहद गलत है और माफी लायक नहीं हैं।
इससे पहले रणवीर सिंह गुढा , यूडीएच मिनिस्टर को डोकरा कह चुके हैं। उनमें दिमाग नहीं है कह चुके हैं। इस बयानबाजी पर यूडीएच मिनिस्टर शांति धारीवाल ने तो यहां तक कहा कि हम उन्हें और उनके बयानों को सीरियसली नहीं लेते।