झारखंड में एक ओर जहां सियासी उठापटक का दौर जारी है वहीं राज्य में कई प्रतिबंधित संगठनों के सक्रिय होने की खबरें सामने आ रही है। वहीं इस पर विपक्ष लगातार सरकार के ऊपर हमलावर है। भाजपा नेता ने कहा कि यह आदिवासी अस्तित्व को समाप्त करने की साजिश।
रांची (झारखंड). झारखंड में सियासी बवाल के बीच विपक्ष में बैठी बीजेपी झारखंड सरकार के ऊपर एक-एक कर के आरोपों की छड़ी लगा रखी है। इसी बीच भाजपा के विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि दुमका समेत पूरे संथाल परगना में प्रतिबंधित बांग्लादेशी संगठन सक्रिय है, जो सुनियोजित तरीके से लड़कियों को अपने जाल में फंसा कर धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर कर रहे हैं। यह गहरी साजिश कहीं न कहीं संथाल के आदिवासी समाज के अस्तित्व को समाप्त करने की दिशा में एक गहरा षड्यंत्र है।''
'अवैध वोटर कार्ड और दस्तावेज बनाने का गिरोह सक्रिय'
राज्य में विपक्षी पार्टी बीजेपी कभी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तो कभी सोशल मीडिया के माध्यम से सरकार को घेरने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रही है। इसी क्रम में बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया में कहा कि झारखंड गृह विभाग अपनी रिपोर्ट में बता चुका है कि इन संथाल में अवैध वोटर कार्ड और दस्तावेज बनाने का गिरोह सक्रिय है। इन इलाकों में जमात उल मुजाहिद्दीन, पीएफआई, अंसार उल बांग्ला जैसे प्रतिबंधित संगठन की सक्रियता पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ी है।
बीजेपी हेमंत सरकार पर लगा रही है तुष्टीकरण का आरोप
भारतीय जनता पार्टी हेंमत सोरेन सरकार पर तुष्टीकरण का आरोप लगा रही है। इससे पहले दुमका पहुंचे बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने झारखंड सरकार पर मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए कहा था कि यदि अंकिता की जगह नईम रहता तो मुख्यमंत्री समेत पूरी कैबिनेट उसके दरवाजे पर खड़ी रहती। उन्होंने कहा था कि, जब नईम के लिए हेलीकाप्टर आ सकता है तो फिर अंकिता के लिए क्यों नहीं। उन्होंने कहा था कि, अंकिता हत्याकांड में मामले के तार PFI बांग्लादेश, और लव जिहाद से जुडे हैं, इसके मास्टरमाइंड कि जांच होनी चाहिए।
दुमका हत्याकांड के बाद से झारखंड का सियासी पारा और चढ़ा
दुमका हत्याकांड के बाद झारखंड का सियासी परा चढा हुआ है। एक तरफ जहां बुधवार को बीजेपी नेता मनोज तिवारी, गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे और कपिल मिश्रा अंकिता के घर पहुंचे और पीड़ित परिजनों से मुलाकात की तो वहीं अब दूसरी तरफ झारखंड ) के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी भी हेंमंत सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। वहीं भाजपा अध्यक्ष दिपक प्रकास ने कुछ दिनों से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार को घेरने का काम कर रहे हैं।
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