कैश कांड में निलंबित कांग्रेस के तीनों विधायकों को अनुशासन कमेटी ने दिया नोटिस, कहा- 7 दिन में जवाब दें

कोलकाता में विधायक की गाड़ी में कैश मिलने के मामलें में वहां की जेल से बेल लेकर आए विधायकों को कांग्रेस की अनुशासन कमेटी ने स्पष्टीकरण मांगा है। इसके साथ ही उनको 7 दिवस के अंदर जवाब देने को कहा गया है। जवाब के बाद ही कार्यवाही पर विचार किया जाएगा।

Sanjay Chaturvedi | Published : Aug 24, 2022 12:45 PM IST / Updated: Aug 24 2022, 07:04 PM IST

रांची (झारखंड). झारखंड में कैश कांड के आरोप में सस्पेंड कांग्रेस के तीन विधायक डॉ. इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप से प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति ने सात दिनों के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है। कांग्रेस भवन में झारखंड कांग्रेस अनुशास समिति की पहली बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया। बता दें कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर तीनों विधायकों को पार्टी से निलंबित किया गया है। इस पर अनुशासन समिति ने सहमति जताई है। पार्टी के प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने बताया कि तीनों विधायकों को पहले भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था, लेकिन जेल में बंद हाेने के कारण इनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया।  अब तीनों विधायक हिरासत से बाहर आ चुके हैं, तो इन्हें सात दिनों के अंदर ई-मेल, वाट्सऐप या कुरियर के द्वारा अपना स्पष्टीकरण भेजना है। विधायकों की ओर से स्पष्टीकरण आने के बाद आगे की कार्रवाई पर विचार किया जाएगा।

कांग्रेस के संविधान के अनुसार होगी कार्रवाई
बैठक में सदस्य अनादि ब्रह्म ने कहा कि अनुशासन समिति पूरी तरह से कांग्रेस संविधानों के प्रावधानों के अनुरूप निष्पक्ष रूप से अनुशासनहीनता के मामले में सभी स्तर के कार्यकर्ताओं के लिए एक समान तय करेगी। बैठक में अनुशासन समिति के अध्यक्ष ब्रजेन्द्र प्रसाद सिंह, अनादि ब्रह्म समेत केशव महतो कमलेश, काली चरण मुंडा, शमशेर आलम, अमुल्य नीरज खलखो शामिल थे।

बंगाल में कैश के साथ गिरफ्तार हुए थे तीन विधायक
रांची के खिजरी से विधायक राजेश कच्छप, कोंगारी सिमडेगा के कोलेबिरा से विधायक नमन विक्सेल और विधायक इरफान अंसारी को कुछ समय पहले भारी मात्रा में कैश के साथ पश्चिम बंगाल के हावड़ा से गिरफ्तार किया गया था। इनके पास से बरामद की गई रकम इतनी ज्यादा थी कि नोट गिनने के लिए मशीन की जरूरत पड़ी थी। इसके बाद पार्टी ने तीनों विधायकों पर एक्शन लेते हुए उन्हें निलंबित कर दिया था।

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