
रांची (झारखंड). झारखंड में बुधवार को चल रही ईडी की छापेमारी के दौराम मिले एके 47 के बाद झारखंड में सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है। विपक्ष में सरकार पर हमला करने के लिए घात लगाए बैठी बीजेपी, अब सरकार पर सवाल उठा रही है। उनका कहना है कि सरकार के समर्थन में प्रेम प्रकाश फल-फूल रहा है। घर से एके 47 जैसे हथियार का मिलना गंभीर विषय है। यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला बनता है। इसकी जांच एनआईए से करवानी चाहिए।
जनता के सामने आनी चाहिए सच्चाई : संजय सेठ
भारतीय जनता पार्टी के रांची के सांसद संजय सेठ ने कहा कि ईडी की छापेमारी के दौरान एके 47 मिलना बहुत गंभीर बात है। इतने बड़े हथियार की बरामदगी कुछ और ही कहानी कह रही है। इसकी एनआई जांच होनी चाहिए, ताकि इन भ्रष्टाचारियों का कोई और भी कनेक्शन हो तो वह जनता के सामने आ सके। बता दें कि प्रेम प्रकाश के घर के तिजोरी से दो एके 47 राइफल के साथ 30 कारतूस भी मिले हैं। प्रेम प्रकाश के पुराने दफ्तर भी छापेमारी जारी है।
सरकार के पुलिस महकमें में गैंग्स ऑफ वासेपुर कायम : सरयू राय
झारखंड के जमशेदपुर से निर्दलिय विधायक सरयू राय ने ईडी की छापेमारी के दौरान प्रेम प्रकाश के घर से मिले हथियार के मामले में कहा कि प्रेम प्रकाश की अलमारी में रखे दो एके 47 राईफल्स राजनीतिक भ्रष्टाचार अपराधिक आयाम ले चुका है। प्रेम प्रकाश के दो प्रेमी मुख्यमंत्रियों में से किसके शासन काल में कौन सी एके 47 उसे हासिल की यह तो वही बता सकता है। प्रेम प्रकाश पर अवैध हथियार का आतंकवादी कनेक्शन भी संभव है। उन्होंने देश के गृह मंत्री को सोशल मीडिया पर टैग करते हुए लिखा कि अमित शाह जी लगता है झारखंड सरकार के पुलिस महकमे में गैंग ऑफ वासेपुर कायम हो गया है। प्रेम के घर से जब्त दो राईफलों की जांच एनआईए को सौंपी जाए। दोषियों पर कार्रवाई हो। भेले हीं वे कितने भी प्रभावशाली क्यों न हों। उन्होंने कहा कि प्रेम प्रकाश की गिरफ्तारी के बाद उनके साथियों, घोटालेबात गिरोह के नए पुराने, सरकारी, गैर सरकारी धंधों में रांची से लेकर जमशेदपुर तक उनका कनेक्शन सब सामने आ जाएगा।
राजनीति का हो रहा अपराधिकरण : बाबूलाल मरांडी
पूर्व मुख्यमंत्री सह बीजेपी के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि प्रेम प्रकाश के घर इसे ईडी की छोपमारी के दौरान हथियार का मिलना ये दर्शाता है कि सत्ता का ये खेल ना सिर्फ रिश्वतखोरी से जुड़ा है बल्कि राजनीति का अपराधीकरण और आतंकवाद से भी जुड़ा हुआ लगता है। इसे पूरे मामले की एनआईए से जांच करानी चाहिए।
झारखंड के दलालो का सरगना है प्रेम प्रकाश : निशिकांत दुबे
सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि झारखंड के मुख्यमंत्री और उनके पारिवारिक मित्र अमित अग्रवाल के सहयोगी झारखंड के दलालों के सरगना प्रेम प्रकाश के यहां से एके 47 मिलना प्रेम प्रकाश और उनके सहयोगियों के आतंकवादी और नक्सलियों के साथ संबंध दर्शाता है। एनआईए को जांच हाथ में लेनी चाहिए।
जेएमए, कांग्रेस ने नहीं की अब तक कोई टिप्पणी
झारखंड सरकार में सत्ता पक्ष में बैठे दलों झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस व अन्य दलों के नेताओं ने अभी तक इस छापेमारी के मामले में अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। हो सकता है उनके तरफ से भी बाद मंे कोई प्रतिक्रिया आए, लेकिन अभी तक सिर्फ विपक्ष ही हमलावर है, दूसरे तरफ से खामोशी छाई हुई है।
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