झारखंड के निर्दलीय विधायक ने पूर्व और वर्तमान दोनों सीएम के खिलाफ जांच की क्यो की मांग, जाने क्या है मामला

झारखंड में ED के एक हजार करोड़ से अधिक की अवैध माइंनिंग के खुलासे के बाद राज्य में राजनीति घमासान मचा हुआ है। विपक्ष ने आरोप लगाते हुए बोले- रघुवर और हेमंत दोनों के कार्यकाल में हुए घोटाले। इसके साथ समन जारी कर जांच की मांग की है। 

Sanjay Chaturvedi | Published : Sep 27, 2022 12:11 PM IST

रांची (झारखंड). निलंबित आईएएएस पूजा सिंघल से जुड़े मनरेगा घोटाला सामने आने के बाद राज्य में कई जगह ईडी ने छापेमारी की। इसके बाद से अब तक कई नए खुलासे हो चुके हैं। ईडी ने अपने जांच के बाद कहा कि राज्य में एक हजारा करोड़ से अधिक की अवैध माइनिंग हुई है। इसके बाद से राज्य की राजनीति में घमासान मचा हुआ है। विपक्ष सरकार से कड़े तेवर में कई सवाल पूछ रही है। इसी बीच पूर्वी सिंहभूम से निर्दलीय विधायक सह पूर्व मंत्री सरयू राय ने ट्वीट कर ईडी से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को समन करने की मांग कर दी है। उन्होंने लिखा है कि दोनों से पूछताछ की जानी चाहिए। अवैध वसूली में प्रेम प्रकाश दोनों का एजेंट है।

ईडी के दस्तावेज राजनीतिक भ्रष्टाचार के पुख्ता सबूत
सरयू राय ने कहा कि पंकज मिश्रा पर 1000 करोड़ का चार्जशीट राजनीतिक भ्रष्टाचार का पुख्ता दस्तावेज है। 2015 से भ्रष्टाचार, लूट की धुरी बने किरदार, जेल के भीतर और बाहर अपनी चमड़ी बचाने, आका की उधेड़ने के लिए सरकारी गवाह बनने की सोच में हैं। पूर्व और वर्तमान राजनीतिक हस्तियों के लिए गर्दिश के दिन संभावित हैं। कोर्ट में ईडी के आरोप पत्र के अनुसार 2015-19 के बीच 237 रेक और 2020-22 के बीच 117 रेक खनिज की बिना चालान ढुलाई हुई है। 

भाजपा वर्तमान सरकार, तो विधायक ने पूर्व सरकार को भी घेरा
एक ओर राज्य के मुख्य विपक्षी दल भाजपा के नेता ईडी के खुलासे के बाद वर्तमान सरकार को घेर रहे हैं तो दूसरी तरफ सरयू राय पूरे घोटाले को साल 2015 से जोड़कर क्यों देख रहे हैं। सरयू राय ने कहा कि खुद ईडी ने कहा है कि 1000 करोड़ से ज्यादा की अवैध माइनिंग हुई है। यह सिलसिला साल 2015 से चल रहा है। जाहिर है जब वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के पास खनन मंत्रालय था और रहा है तो फिर इनकी जवाबदेही कैसे नहीं बनेगी। उन्होंने कहा कि इस मामले में जिस एक एजेंट की गिरफ्तारी हुई है, उसके करीबी पुनीत भार्गव के नाम से रजिस्टर्ड इनोवा गाड़ी का पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास कैसे इस्तेमाल कर रहे थे। इसलिए जरूरी है कि दोनों से ईडी को पूछताछ करना चाहिए। 

रघुवर दास के मामले पर विपक्ष चुप
इस गंभीर मसले पर मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा के नेताओं ने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। वहीं झामुमो नेता विनोद पांडेय ने कहा कि अब सरयू राय जी को कौन सा दिव्य ज्ञान आया है, यह तो वही जानें, लेकिन एक अनुभवी विधायक के नाते उन्हें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लेकर हल्की बातें नहीं करनी चाहिए। जहां तक पूर्ववर्ती रघुवर दास के नेतृत्व वाली सरकार की बात है तो सारी बातें जनता की अदालत में हैं। उसी का खामियाजा भी उन्हें 2019 के चुनाव में भुगतना पड़ा था। 

अवैध खनन मामले में देशभर में 47 जगहों पर हुई छापेामरी 
जानकारी के अनुसार, अवैध खनन मामले में ईडी की ओर से पूरे देश में 47 जगहों पर सर्च अभियान चलाया जा चुका है। 5.34 करोड़ रू जब्त किए गए है। बैंक खातों में जमा कुल 13.32 करोड़ रू फ्रीज किये गये हैं। इसके अलावा एक इनलैंड वेसेल, पांच स्टोन क्रशर, दो हाईवा ट्रक, दो एके-47 समेत कई दस्तावेज जब्त किये जा चुके हैं।

यह भी पढ़े- अशोक गहलोत के तेवर ढीले...सोनिया गांधी ने सचिन पायलट को अर्जेंट बुलाया...जानिए क्या है दिल्ली टूर का राज

Share this article
click me!