झारखंड के गढ़वा में 60 साल की एक महिला की त्रिशूल घोंपकर हत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। कथित तांत्रिक दम्पति ने शरीर में बुरी आत्मा घुसी होने का ढोंग करते हुए महिला की जान ले ली। मृतका शादी के 15 साल बाद भी बच्चा न होने से परेशान थी। वो अंधविश्वास के चलते झाड़-फूंक कराने तांत्रिक के पास गई थी।
गढ़वा. जिले के श्रीबंशीधर नगर में ओझा दम्पति ने एक महिला की त्रिशूल घोंपकर हत्या कर दी। घटना शनिवार की शाम सफही गांव में हुई। 60 साल की रुदनी देवी कथित तौर पर भूत-प्रेत झड़वाने अपनी बहू को लेकर ओझा के घर गई थी। मृतका की बहू को शादी के 15 साल बाद भी उसे बच्चा नहीं हो रहा था। महिला को भ्रम था कि इसके लिए कोई भूत-प्रेत दोषी है। महिला ओझा ने भी मृतका से यही कहा कि उसके शरीर में कोई बुरी आत्मा घुसी है, जो बहू को मां नहीं बनने दे रही। फिर ओझा ने झाड़-फूंक के बहाने उसके शरीर में त्रिशूल घोंप दिया। पुलिस ने आरोपी तांत्रिक महिला आलम देवी और उसके पति सतेंद्र उरांव को गिरफ्तार कर लिया है।
यह है पूरा मामला..
रुदनी देवी मंडरा गांव के रहने वाले हरिदास उरांव की पत्नी थी। मृतका के बेटे दिनेश उरांव ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी को शादी के 15 साल बाद भी बच्चा नहीं हो रहा था। जब वो आलमदेवी से मिला, तो उसने बताया कि कोई बुरी आत्मा है। जब भूत शरीर छोड़ेगा, तब ही वो मां बन पाएगी। 15 अगस्त को रुदनी देवी अपनी बहू गुड्डी देवी, बड़ी बहू विनीता और सीता देवी को लेकर सपही टोला बजना गए। वहां आलम देवी ने 15 व 16 अगस्त सुबह-शाम झाड़-फूंक की। शनिवार को आलम देवी ने बताया कि भूत रुदन देवी के शरीर में बैठा है। उसे बाहर निकालना पड़ेगा। इसके बाद ओझा दम्पति ने रुदन देवी को छोड़कर सबको बाहर निकाल दिया। इसके बाद झाड़-फूंक करते हुए रुदन देवी की दोनों आंखों, छाती, दाहिनी पैर और जांघ में त्रिशूल से प्रहार कर दिए। इससे उसकी मौत गई। हालांकि अपनी सास की चीखें सुनकर तीनों बहुएं अंदर पहुंचीं, तो घटना देखकर उनके होश उड़ गए। लेकिन वे अपनी सास को बचा नहीं पाईं। पुलिस अधिकारी नीरज कुमार ने बताया कि आरोपी दम्पति को गिरफ्तार कर लिया गया है।