लोकतांत्रिक देश की एक तस्वीर यह भी, पुलिस डंडा फटकारती रही, सीना तानकर खड़ी रही मर्दानी

ये तस्वीरें झारखंड के रांची की हैं। पुलिसवालों से डंडा खाने के बावजूद धरना-प्रदर्शन पर अड़ी रहीं ये महिलाएं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं। ये अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री निवास पर प्रदर्शन कर रही थीं। इसी दौरान पुरुष पुलिसवालों ने उन पर डंडे बरसा दिए। महिलाएं फिर भी नहीं हठीं। 

Asianet News Hindi | Published : Sep 25, 2019 1:56 PM IST / Updated: Sep 25 2019, 07:41 PM IST

रांची. ये तस्वीरें रांची में मुख्यमंत्री निवास के बाहर की हैं। यहां मंगलवार को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रही थीं। तभी पुलिसवालों ने उन्हें खदेड़ने के लिए डंडे फटकारने शुरू कर दिए। हालांकि महिलाएं फिर भी अड़ी रहीं। हैरानी की बात यह है कि महिलाओं पर पुरुष पुलिसवालों ने डंडे बरसाए। उन्होंने कोई लिहाज नहीं किया। इस लाठीचार्ज में एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का हाथ टूट गया।

 

बताते हैं कि मंगलवार दोपहर 3 बजे मछली घर के पास चौराहे पर पुलिस ने बैरीकेड्स लगा रखे थे। जब आंगनबाड़ी सेविकाएं वहां पहुंचीं, तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया। झारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन के बैनर तले 16 अगस्त से यह धरना-प्रदर्शन चल रहा है। सेविकाएं मानदेय बढ़ाकर 5000 रुपए, और लघु आंगनबाड़ी सेविकाओं को मानदेय 2500 रुपए करने की मांग कर रही हैं। 

लाठीचार्ज पर राजनीति
पुलिस के लाठीचार्ज की घोर निंदा हो रही है। नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने कहा कि इस हरकत के लिए सरकार को शर्म से डूब मरना चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता आभा सिन्हा ने कहा कि सरकार अपनी नाकामी छुपा रही है। उधर, कोतवाली थाना प्रभारी एसएन मंडल ने सफाई दी कि पुलिस ने यह कार्रवाई आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के हमले के जवाब में की।

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