
रांची. ये तस्वीरें रांची में मुख्यमंत्री निवास के बाहर की हैं। यहां मंगलवार को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रही थीं। तभी पुलिसवालों ने उन्हें खदेड़ने के लिए डंडे फटकारने शुरू कर दिए। हालांकि महिलाएं फिर भी अड़ी रहीं। हैरानी की बात यह है कि महिलाओं पर पुरुष पुलिसवालों ने डंडे बरसाए। उन्होंने कोई लिहाज नहीं किया। इस लाठीचार्ज में एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का हाथ टूट गया।
बताते हैं कि मंगलवार दोपहर 3 बजे मछली घर के पास चौराहे पर पुलिस ने बैरीकेड्स लगा रखे थे। जब आंगनबाड़ी सेविकाएं वहां पहुंचीं, तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया। झारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन के बैनर तले 16 अगस्त से यह धरना-प्रदर्शन चल रहा है। सेविकाएं मानदेय बढ़ाकर 5000 रुपए, और लघु आंगनबाड़ी सेविकाओं को मानदेय 2500 रुपए करने की मांग कर रही हैं।
लाठीचार्ज पर राजनीति
पुलिस के लाठीचार्ज की घोर निंदा हो रही है। नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने कहा कि इस हरकत के लिए सरकार को शर्म से डूब मरना चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता आभा सिन्हा ने कहा कि सरकार अपनी नाकामी छुपा रही है। उधर, कोतवाली थाना प्रभारी एसएन मंडल ने सफाई दी कि पुलिस ने यह कार्रवाई आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के हमले के जवाब में की।
झारखंड की सरकार, खनन-उद्योग, आदिवासी क्षेत्रों की खबरें, रोजगार-विकास परियोजनाएं और सुरक्षा अपडेट्स पढ़ें। रांची, जमशेदपुर, धनबाद और ग्रामीण इलाकों की ताज़ा जानकारी के लिए Jharkhand News in Hindi सेक्शन फॉलो करें — विश्वसनीय स्थानीय रिपोर्टिंग सिर्फ Asianet News Hindi पर।