चुपके से मंदिर में हो रही थी शादी, मुसीबत साथ लेकर आ पहुंचे बिन बुलाए मेहमान, जानिए फिर क्या हुआ

Published : May 07, 2020, 04:02 PM ISTUpdated : May 07, 2020, 04:04 PM IST
चुपके से मंदिर में हो रही थी शादी, मुसीबत साथ लेकर आ पहुंचे बिन बुलाए मेहमान, जानिए फिर क्या हुआ

सार

लॉकडाउन के चलते दो बार शादी कैंसल होने पर दूल्हे को सनक चढ़ी। प्रशासन ने उसे अनुमति नहीं दी थी। इस बार उसने ठान लिया कि किसी को कानों-कान खबर नहीं होने देगा और चुपचाप 7 फेरे ले लेगा। मंदिर में शादी चल रही थी, लेकिन घरवालों के अलावा बहुत सारे बिन बुलाए मेहमान भी आ टपके। भीड़ बढ़ी, तो किसी ने पुलिस से मुखबिरी कर दी। बस फिर क्या था, जैसे ही पुलिस शादी समारोह में पहुंची..भगदड़ मच गई। पुलिस ने दूल्हा-दुल्हन के 10, जबकि 40 अज्ञात मेहमानों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। 

कोडरमा, झारखंड. लॉकडाउन के चलते इस बार शहनाइयां नहीं बज पाई हैं। बहुत लोगों ने अपनी शादियां टाल दीं। कुछ लोगों ने शादी की, तो 2-4 घरवालों की मौजूदगी में। लेकिन यहां दो बार शादी कैंसल होने पर एक दूल्हे को सनक चढ़ी। प्रशासन ने उसे अनुमति नहीं दी थी। इस बार उसने ठान लिया कि किसी को कानों-कान खबर नहीं होने देगा और चुपचाप 7 फेरे ले लेगा। मंदिर में शादी चल रही थी, लेकिन घरवालों के अलावा बहुत सारे बिन बुलाए मेहमान भी आ टपके। भीड़ बढ़ी, तो किसी ने पुलिस से मुखबिरी कर दी। बस फिर क्या था, जैसे ही पुलिस शादी समारोह में पहुंची..भगदड़ मच गई। पुलिस दूल्हा-दुल्हन के 10, जबकि 40 अज्ञात मेहमानों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। 

पुलिस को देखकर ऐसी मची भगदड़..जैसे मधुमक्खियों ने कर दिया हो हमला...
यह शादी तिलैया थाना क्षेत्र के इंदरवा स्थित सूर्य मंदिर में आयोजित की गई थी। दूल्हा सूरज यादव इंदरवा का रहने वाला है। वहीं, उसकी दुल्हन डॉली कुमारी डोमचांच गांव की रहने वाली। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों से अनुमति के कागजात मांगे। मालूम चला कि दूल्हे ने बीडीओ को आवेदन दिया था। लेकिन अनुमति नहीं मिली थी। एएसआई विकेश कुमार ने बताया कि इस मामले में दूल्हा-दुल्हन के अलावा शादी कराने पहुंचे पंडित बाबूलाल पांडेय को भी आरोपी बनाया गया है। इससे पहले जैसे ही पुलिस शादी स्थल पर पहुंची, वहां मौजूद लोग ऐसे भागे, जैसे मधुमक्खियों ने हमला कर दिया हो।

दो बार शादी टलने से परेशान था दूल्हा..
दूल्हे की मां सुनीता देवी ने बताया कि दिसंबर में तिलक हुआ था। वहीं, 26 अप्रैल को शादी थी। लेकिन उसे टालना पड़ा। इसके बाद 3 मई की शादी तय की गई। लॉकडाउन के कारण बार-बार शादी टलने से दूल्हा थोड़ा नाराज था। बताते हैं कि शादी में तो घराती-बराती मुश्किल से 15 ही थे, लेकिन बाकी लोग शादी देखने गांव से पहुंच गए। इस तरह 50 से ज्यादा लोग बिन बुलाए मेहमान बनकर शादी में शामिल हो गए।
 

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