राजद प्रमुख और एक समय बिहार के धुरंधर नेता रहे लालू प्रसाद यादव के लिए कोरोना मानों वरदान बनकर सामने आ रहा है। जिन्हें लाख कोशिशों के बावजूद पैरोल नहीं मिल पा रही थी, कोरेाना के कारण यह उम्मीद जागी है।
रांची, झारखंड. राजद प्रमुख और एक समय बिहार के धुरंधर नेता रहे लालू प्रसाद यादव के लिए कोरोना मानों वरदान बनकर सामने आ रहा है। जिन्हें लाख कोशिशों के बावजूद पैरोल नहीं मिल पा रही थी, कोरोना के कारण यह उम्मीद जागी है। दरअसल, जेल में कोरोना संक्रमण को रोकने झारखंड सरकार लालू प्रसाद यादव को पैरोल पर छोड़ने पर विचार कर रही है। इसके लिए महाधिवक्ता की राय ली जा रही है।
लालू रिम्स में भर्ती हैं...
दरअसल, कोरोना संक्रमण को रोकने सरकार बड़ी संख्या में कैदियों को पैरोल दे रही है। इसी सिलसिले में लालू प्रसाद यादव को पैरोल देने पर विचार चल रहा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश को देखते हुए हेमंत सरकार राजद सुप्रीमो को पैरोल पर रिहा कर सकती है। झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने इसकी पुष्टि की है।
लालू फिलहाल रांची के रिम्स पेइंग वार्ड में भर्ती हैं। यहां अभी कोरोना संदिग्धों के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। इसी के चलते लालू अब वार्ड से बाहर भी नहीं निकलते। लालू प्रसाद यादव की तबीयत लंबे समय से ठीक नहीं है। कुछ समय पहले ही रिम्स के 8 सदस्यीय मेडिकल बोर्ड ने उनका हेल्थ चेकअप किया था। लालू की किडनी ठीक से काम नहीं कर रही हैं। बता दें कि लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले से जुड़े 4 मामलों में सजा काट रहे हैं।