ग्रहों का राजकुमार यानी बुध ग्रह 6 मार्च, रविवार को राशि बदलकर मकर से कुंभ राशि में आ चुका है। हालांकि बुध के राशि परिवर्तन के समय के लोकर ज्योतिषियों में मतभेद है। ज्योतिष शास्त्र में बुध को ज्ञान, वाणी, बुद्धि, शिक्षा, व्यापार आदि का कारक ग्रह माना गया है।
उज्जैन. बुध ग्रह 19 दिन अर्थात् 24 मार्च तक इसी राशि में रहेगा। इस दौरान 6 मार्च से 14 मार्च तक कुंभ राशि में सूर्य के साथ युति करने से बुधादित्य योग भी बनेगा। 14 मार्च को सूर्य के मीन राशि में चले जाने के कारण बुधादित्य योग समाप्त हो जाएगा। सूर्य के साथ बुधादित्य बनने से कुछ राशि के लोगों के मान-सम्मान, पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। कुंभ राशि में इस समय सूर्य और बुध के साथ-साथ गुरु भी स्थित है। इस तरह ये त्रिग्रही योग बन रहा है।
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इन लोगों को मिलेगा बुध का शुभ प्रभाव
बुध के कुंभ राशि में आने से 19 दिन सभी राशि के लोगों के लिए विशेष रहेंगे। जो लोग शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े हैं, बौद्धिक कार्य करते हैं, योजनाकार हैं, कारोबारी हैं, लेखन-पठन-पाठन से जुड़े हैं उन्हें विशेष अवसर प्राप्त होने वाले हैं। जो लोग वक्ता हैं, प्रवचनकार, कथाकार, फिल्म अभिनेता-अभिनेत्री हैं उनके लिए भी यह समय अत्यंत महत्वपूर्ण है। बुध शनि की राशि कुंभ में है। शनि के साथ बुध सम व्यवहार करता है। इसका अर्थ यह हुआ कि बुध के इस गोचर का सभी पर शुभ प्रभाव ही होने वाला है। वाणी का लाभ प्राप्त होगा। बौद्धिक कार्यों में उन्नति प्राप्त होगी।
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बुध से शुभ फल पाने के लिए ये उपाय करें-
1. बुध का राशि परिवर्तन वैसे तो शुभ है, फिर भी अपने शुभ कर्मों में वृद्धि और शुभत्व की प्राप्ति के लिए सभी राशि के लोग रोज भगवान श्री गणेश के दर्शन करें।
2. हर दिन गणेशजी को दूर्वा अर्पित करें। गायों को हरा चारा खिलाएं। पक्षियों की सेवा करें। पेड़-पौधों की देखभाल करें।
3. जिनकी कुंडली में बुध जन्मकालिक वक्री हो वे किसी योग्य ज्योतिषी से पूछकर पन्ना या फिरोजा धारण करें।
4. किसी किन्नर को हरी साड़ी और हरी चूड़ियां भेंट करें और उससे एक रुपए का सिक्का लेकर अपनी तिजोरी या धन स्थान पर रख लें। इससे धन लाभ के योग बन सकते हैं।
5. बुध ग्रह से संबंधित मंत्रों का जाप करें। अगर स्वयं ये काम न कर पाएं तो किसी योग्य ब्राह्मण से ये भी मंत्र जाप करवा सकते हैं।
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