दुनिया के जितने भी धर्म हैं, उन सभी में शकुन-अपशकुन से जुड़ी कुछ मान्यताएं जरूरी होती हैं। हिंदू धर्म भी इसका अछूता नहीं है। यहां हर मामले में शकुन-अपशकुन जरूर देखा जाता है। इसकी पूरी जानकारी शकुन शास्त्र में देखी जाती सकती है।
उज्जैन. शकुन शास्त्र में हर छोटी-छोटी बातों के बारे में बताया गया है, जिसके बारे में कम ही लोग जानते हैं। शकुन शास्त्र में भी बताया गया है कि जब आप किसी खास काम के लिए घर से निकले और कुछ खास चीजें दिख जाएं तो उस काम को टाल देना ही बेहतर होता है क्योंकि उस दिन उस विशेष काम में सफलता मिलने मे संदेह रहता है। आगे जानिए कौन-सी हैं वे चीजें जिन्हें यात्रा पर जाने से पहले देखना शुभ नहीं माना जाता…
टूटा हुआ आईना
शकुन शास्त्र के अनुसार, यात्रा पर जाने से पहले टूटा हुआ आईना दिख जाए या अचानक आईना टूट जाए तो ये अपशकुन होता है। टूटा हुआ आईना निकट भविष्य में आने वाली परेशानियों के बारे में सूचित करता है। इसलिए यदि इस तरह का अपशकुन यात्रा पर जाने से पहले हो जाए तो यात्रा करने का विचार त्याग देना ही बेहतर होता है। नहीं तो यात्रा में परेशानी उठानी पड़ सकती है।
उपाय- अगर यात्रा पर जाना जरूरी हो तो भगवान श्रीगणेश के दर्शन करें और यात्रा में सफलता के लिए प्रार्थना करें।
दूध का उबलकर गिरना
जब हम दूध उबालते हैं तो कई बार ध्यान न देने पर दूध तपेली से से बाहर निकल जाता है। ये एक सामान्य घटना है लेकिन जब आप किसी खास काम से कहीं बाहर जाने वालों हो और दूध उफनकर बाहर आ जाए तो इसे अपशकुन समझना चाहिए। शकुन शास्त्र के अनुसार, ये एक तरह की चेतावनी होती है। अगर इस पर ध्यान न दिया जाए तो यात्रा के दौरान कोई भी घटना-दुर्घटना हो सकती है।
उपाय- ऐसा अपशकुन हो तो थोड़ी देर रुककर महामृत्युंजय मंत्र का 11 बार जाप करें। इसके बाद ही यात्रा पर निकलें।
खाली बर्तन दिखना
यात्रा पर जाने से पहले खाली बर्तन जैसे बाल्टी आदि का दिखना अपशकुन माना जाता है हालांकि ऐसा होने से आपके साथ कुछ बुरा तो नहीं होता, लेकिन जिस काम के लिए आप जा रहे हैं, उसमें सफलता मिलने में संदेह बना रहता है।
उपाय- ऐसा अपशकुन हो तो कुछ देर रूकने के बाद भगवान का ध्यान कर यात्रा के लिए निकलना चाहिए।
बिल्ली और कुत्ते का रोना
घर के बाहर कुत्ते और बिल्ली का रोना बहुत भयानक अपशकुन माना जाता है। यदि किसी खास काम के लिए निकलते समय ऐसा हो जाए तो यात्रा के दौरान मृत्युसम कष्ट का अनुभव हो सकता है या फिर कोई घटना आपके साथ हो सकती है। अगर ऐसा हो तो यात्रा को टाल देना ही बेहतर होता है।
उपाय- यात्रा पर जाना जरूरी हो तो भगवान शिव को बिल्वपत्र चढ़ाकर शिव चालीसा का पाठ करने के बाद ही यात्रा पर जाएं।
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