इस साल के पहले विवाह सीजन का आखिरी शुभ लग्न 22 फरवरी को रहेगा। इसके बाद 23 तारीख को देव गुरु बृहस्पति अस्त हो जाएंगे। इस वजह से अगले दो महीने शादियां नहीं होंगी। फिर अप्रैल से विवाह मुहूर्त रहेंगे।
उज्जैन. शादियों के अगले सीजन में सबसे ज्यादा मई में 13 और जून में 10 दिन शुभ लग्न रहेंगे। पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र के अनुसार, 23 फरवरी से 27 मार्च तक देव गुरु बृहस्पति अस्त रहेंगे। गुरु ग्रह के अस्त होने पर शादियां और गृह प्रवेश सहित कुछ खास मांगलिक काम नहीं किए जाते हैं। इस बीच होलाष्टक भी शुरू हो जाएगा। उसके बाद सूर्य के मीन राशि में आने से मीनमास शुरू हो जाएगा। जिससे अगला विवाह मुहूर्त 17 अप्रैल को ही रहेगा।
अप्रैल से शुरू होंगे शुभ विवाह मुहूर्त
अप्रैल: 17, 19, 20, 21, 22, 23, और 28 - 7 दिन
मई: 2, 3, 9, 10, 11, 12, 13, 17, 18, 20, 25, 26 और 31 - 13 दिन
जून: 06, 08, 11, 12, 13, 14, 15, 16, 21 और 22 - 10 दिन
जुलाई: 3, 5, 6 और 8
गुरु अस्त होने पर नहीं होते मांगलिक काम
- डॉ. मिश्र के अनुसार, ज्योतिष शास्त्र में विवाह मुहूर्त की गणना करते समय शुक्र और गुरु ग्रह की स्थिति पर विचार किया जाता है। बृहस्पति और शुक्र के अस्त होने पर विवाह और अन्य कुछ खास मांगलिक कार्यक्रम नहीं किए जाते हैं। इसलिए, इस दौरान कोई विवाह समारोह नहीं किया जाना चाहिए।
- 23 फरवरी को गुरु पश्चिम दिशा में अस्त हो रहे हैं। इनके अस्त होने से मौसम पर भी असर पड़ेगा। इस दौरान बारिश और ओलावृष्टि के योग बनेंगे। बृहस्पति 27 मार्च को उदय होगा। तकरीबन 32 दिन अस्त रहते हुए इस ग्रह का शुभ-अशुभ असर सभी राशियों पर पड़ेगा। जिससे मेष, मिथुन, सिंह, तुला और मकर राशि वाले लोगों के लिए अच्छा समय रहेगा। वहीं, वृष, कर्क, कन्या, वृश्चिक, धनु, कुंभ और मीन राशि वाले लोगों को संभलकर रहना होगा।
- गुरु अस्त होने के दो दिन बाद ही मंगल का राशि परिवर्तन होगा। ये ग्रह अपनी उच्च राशि यानी मकर में प्रवेश कर जाएगा, जिससे इसका शुभ फल बढ़ेगा। तकरीबन 40 दिन मंगल तक मकर राशि में मंगल के रहने से मौसमी बदलाव होंगे।
- साथ ही इसका असर देश की राजनीतिक और आर्थिक स्थिति पर भी पड़ेगा। मंगल का शुभ प्रभाव सिंह, वृश्चिक और मीन राशियों पर पड़ेगा। लेकिन मेष, वृष, मिथुन, कर्क, कन्या, तुला, धनु, मकर और कुंभ राशि वाले लोगों को संभलकर रहना होगा।
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