साल 2022 में इस दिन शनि बदलेगा राशि, इस राशि के लोगों के शुरू होंगे बुरे दिन

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब किसी व्यक्ति पर शनि की वक्र दृष्टि होती है उसे कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। शनि की दृष्टि को साढ़ेसाती और ढय्या के नाम से जाना जाता है। साढ़ेसाती 7 साल की और ढय्या साल साल का समय होता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दौरान व्यक्ति को उसके बुरे कर्मों का दंड शनिदेव देते हैं।

Asianet News Hindi | Published : Dec 8, 2021 2:49 AM IST

उज्जैन. ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, शनि की चाल बहुत धीमी होती है। ये ग्रह एक राशि में ढाई साल तक रहता है। ऐसी मान्यता है कि कुछ राशियों पर शनि की विशेष कृपा हमेशा बनी रहती है। साढ़ेसाती और ढय्या के दौरान भी इन राशि के लोगों को कम ही परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आगे जानिए साल 2022 में किस राशियों पर रहेगा शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव और किन राशियों पर बनी रहती हैं शनिदेव की कृपा…

2022 में शनि की चाल
साल 2022 में शनिदेव 29 अप्रैल को मकर राशि से निकलकर कुंभ में प्रवेश करेंगे। कुंभ राशि के स्वामी स्वयं शनिदेव हैं। शनिदेव 30 साल के बाद कुंभ में में प्रवेश करेंगे। शनि के राशि बदलते ही मीन राशि पर साढ़ेसाती का प्रथम चरण शुरू हो जाएगा। वहीं धनु राशि के लोगों पर साढ़ेसाती का प्रभाव खत्म हो जाएगा। कुंभ राशि के लोगों पर साढ़ेसाती का दूसरा चरण शुरू हो जाएगा, वहीं मकर राशि पर अंतिम चरण प्रारंभ हो जाएगा।

इन राशियों पर शनि रहते हैं मेहरबान
शनिदेव का नाम आते ही लोगों के मन में घबराहट शुरू हो जाती है। लेकिन कुछ राशियों पर शनिदेव की कृपा सदैव बनी रहती है। जिन राशियों पर शनिदेव मेहरबान होते हैं वे बहुत ही भाग्यशाली होते हैं। इसके अलावा शनि की साढ़ेसाती और ढय्या का प्रभाव भी इन राशियों के लोगों पर बहुत कम होता है। ये हैं वो 4 राशियां…

वृष राशि
इस राशि के स्वामी शुक्र हैं। शुक्र और शनि आपस में मित्रवत रहते हैं। इस कारण से शनिदेव वृषभ राशि के लोगों पर हमेशा अपनी कृपा बनाए रखते हैं। साढ़ेसाती का प्रभाव होने पर भी इन्हें बहुत कम कष्ट मिलता है। शनि की कृपा होने पर ये अपने जीवन में अच्छा मुकाम हासिल करते हैं।

तुला राशि
शनिदेव तुला राशि में उच्च के होते हैं, जिस कारण से ये सदैव इस राशि के लोगों को शुभ परिणाम देते हैं। शनि की विशेष कृपा होने पर इस राशि के लोगों के जीवन में धन संबंधित किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं होती। 

मकर राशि
इस राशि के स्वामी शनिदेव हैं। इस वजह से शनि की कृपा इस राशि के लोगों पर हमेशा रहती है। धन के मामले में इस राशि के लोग बहुत ही भाग्यशाली होते हैं। शनि की विशेष कृपा होने कारण इनके जीवन में एशोआराम की कोई कमी नहीं रहती है। 

कुंभ राशि
शनिदेव को दो राशियों का स्वामित्व प्राप्त है, उनमें से कुंभ राशि एक है। स्वयं की राशि होने पर शनिदेव कुंभ राशि के लोगों पर हमेशा शुभ परिणाम देते हैं। भाग्य का पूरा साथ मिलने कारण इनको हर तरह के कार्यों में सफलता अवश्य ही मिलती है।
 

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