खर मास के बाद कब है विवाह के लिए पहला शुभ मुहूर्त, अभी क्यों नहीं कर सकते हैं मांगलिक कार्य?

Published : Mar 24, 2022, 10:13 AM IST
खर मास के बाद कब है विवाह के लिए पहला शुभ मुहूर्त, अभी क्यों नहीं कर सकते हैं मांगलिक कार्य?

सार

बृहस्पति ग्रह को देवताओं का गुरु कहा जाता है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, ये एक रूप में इंद्र की सभा में और दूसरे रूप में नक्षत्र मंडल में उपस्थित रहते हैं। ये ग्रह करीब एक महीने पहले 23 फरवरी को अस्त हो गया था, जो अब 23 मार्च को पुन: उदय हो गया है।

उज्जैन. गुरु के अस्त होते ही मांगलिक कार्यों पर रोक लग गई थी, लेकिन अब गुरु के उदय होने पर भी मांगलिक कार्य नहीं हो पाएंगे क्योंकि इस समय सूर्य गुरु की राशि मीन में हैं। जिसके कारण इस समय खर मास चल रहा है। खर मास 14 अप्रैल को खत्म होगा, इसके बाद ही शुभ कार्य हो सकेंगे। हालांकि इस दौरान खरीदी की जा सकेगी। इसके लिए खर मास में कोई पाबंदी नहीं है।

ये भी पढ़ें- Sheetala Ashtami 2022: शीतला सप्तमी पर करें ये उपाय और मंत्र जाप, अच्छी रहेगी सेहत और बनी रहेगी खुशहाली

जानिए कब से शुरू होंगे मांगलिक कार्य
ज्योतिषियों के अनुसार, सूर्य 14 अप्रैल तक मीन राशि में रहेगा। इसके बाद ये मेष राशि में प्रवेश करेगा। सूर्य के मेष राशि में जाते ही खरमास समाप्त हो जाएगा। इसके बाद मांगलिक कार्यों पर लगी रोक समाप्त हो जाएगी। विवाह के लिए इस अप्रैल में पहला मुहूर्त 17 अप्रैल को है। इसके साथ ही अप्रैल में शादियों के लिए कुल 6 शुभ मुहूर्त रहेंगे। खर मास के दौरान विवाह आदि के लिए खरीदी करना शुभ रहेगा। इसके लिए शास्त्रों में किसी तरह की मनाही नही हैं।

ये भी पढ़ें- 27 मार्च को करें दशा माता की पूजा और व्रत, इससे दूर होते ग्रहों के दोष व परेशानियां, ये है विधि और कथा
 

10 जुलाई तक विवाह के लिए 33 शुभ मुहूर्त
17 अप्रैल से विवाह के लिए शुभ मुहूर्त शुरू होंगे जो देवशयनी एकादशी यानी 10 जुलाई तक रहेंगे। इन 3 महीनों में विवाह के कई शुभ योग आएंगे। पंडितों की माने तो 7 अप्रैल से 8 जुलाई तक कुल 33 विवाह मुहूर्त रहेंगे। इसके बाद चातुर्मास शुरू हो जाएगा। यानी 4 महीनों तक के लिए मांगलिक कार्यों पर ब्रेक लग जाएगा। इसके बाद देव प्रबोधिनी एकादशी के बाद 21 नवंबर से विवाह मुहूर्त शुरू होंगे।

गुरु के उदय होने से इन राशि वालों को मिलेगा शुभ फल
ज्योतिषियों के अनुसार, 23 मार्च को देवगुरु बृहस्पति उदय हो चुके हैं। ये ग्रह इस समय कुंभ राशि में है। गुरु के उदय होने का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा, लेकिन कुछ राशियां ऐसीं हैं जिनके लिए गुरु का उदय होना भाग्यशाली रहेगा। ये राशिया हैं मेष, मिथुन, सिंह, तुला और मकर।


ये भी पढ़ें 

2022 में कितने चंद्रग्रहण होंगे, कौन-सा भारत में दिखेगा और कौन-सा नहीं? जानिए चंद्रग्रहण से जुड़ी हर खास बात


23 मार्च को उदय होगा गुरु, शिक्षा के मामलों में होंगे बड़े बदलाव, इन 3 राशि वालों का शुरू हो सकता है बुरा समय

9 ग्रहों में से कौन-से ग्रह हमेशा टेढ़ी चाल चलते हैं और कौन-से ग्रहों की चाल में परिवर्तन होता रहता है?

काशी में जलती चिताओं के बीच मुर्दों की राख से खेली गई होली, इस परंपरा में छिपा है गहरा ‘रहस्य’?

23 फरवरी को अस्त हुआ था गुरु ग्रह, अब होने वाला है उदय, इन 4 राशि वालों को मिलेगा किस्मत का साथ
 

PREV

Recommended Stories

Aaj Ka Rashifal 6 December 2025: बुध का वृश्चिक राशि में प्रवेश, किसके लिए शुभ-किसके लिए अशुभ?
Mangal Gochar 2025: मंगल बदलेगा राशि, 5 राशि वालों पर टूटेगी मुसीबत-हर काम में मिलेगी असफलता