Janmashtami Date 2022: जन्माष्टमी पर्व को लेकर हैं कन्फ्यूज तो आज ही नोट कर लीजिए सही तारीख

हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को श्रीकृष्ण जन्माष्टी  (Janmashtami Date 2022) पर्व मनाया जाता है। मान्यता है कि द्वापर युग में इसी तिथि पर भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। तभी ये पर्व मनाया जा रहा है। इस दिन प्रमुख कृष्ण मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ती है।
 

Manish Meharele | Published : Aug 4, 2022 8:28 AM IST / Updated: Aug 16 2022, 05:47 PM IST

उज्जैन. धर्म ग्रंथों के अनुसार, भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (Janmashtami Date 2022)का पर्व मनाया जाता है। इस बार इस पर्व को लेकर ज्योतिषियों में मतभेद होता नजर आ रहा है। कुछ ज्योतिषियों की कहना है कि जन्माष्टमी पर्व 18 अगस्त, गुरुवार को मनाया जाना चाहिए, वहीं कुछ का कहना है कि ये पर्व 19 अगस्त, शुक्रवार को मनाया जाना शास्त्र सम्मत है। हालांकि अधिकांश पंचांगों में 19 अगस्त को ही श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व मनाए जाने का समर्थन किया है। आगे जानिए श्रीकृष्ण जन्म स्थली सहित अन्य प्रमुख मंदिरों में कब मनाया जाएगा ये पर्व…

क्यों है जन्माष्टमी को लेकर मतभेद?
पंचांग के अनुसार, भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 18 अगस्त, गुरुवार की रात 09:21 से शुरु होकर अगले दिन यानी 19 अगस्त, शुक्रवार की रात लगभग 11 बजे तक रहेगी। कुछ विद्वानों का मत है कि चूंकि भगवान श्रीकृष्ण का जन्म अष्टमी तिथि की रात्रि 12 बजे हुआ था तो ये योग 18 अगस्त को बन रहा है। जबकि कुछ विद्वानों का मानना है कि 19 अगस्त को पूरे दिन अष्टमी तिथि रहेगी और इसी तिथि में सूर्योदय भी होगा, जिसके चलते  श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व 19 अगस्त को मनाना श्रेष्ठ रहेगा।

Latest Videos

इन कृष्ण मंदिरों में 19 को ही मनाई जाएगी जन्माष्टमी
मथुरा के श्री कृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के पदाधिकारियों ने इस मतभेद को दूर करते हुए 19 अगस्त की रात को ही श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाने की बात कही है। वहीं द्वारिकाधीश मंदिर में भई जन्माष्टमी पर्व 19 अगस्त को ही मनाया जाएगा। बांके बिहारी मंदिर में भी जन्माष्टमी 19 को ही मनाई जाएगी। बांके बिहारी में जन्माष्टमी पर होने वाली मंगला आरती 19-20 अगस्त की रात दो बजे होगी। हालांकि स्थानीय परंपराओं के अनुसार कुछ स्थानों पर जन्माष्टमी 18 अगस्त को ही मनाया जाएगा।

इस बार दोनों ही दिन नहीं रहेगा रोहिणी नक्षत्र
धर्म ग्रंथों के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि की रात को रोहिणी नक्षत्र के संयोग में हुआ था। जन्माष्टमी पर्व को लेकर जब विचार किया जाता है रोहिणी नक्षत्र का ध्यान जरूर रखा जाता है। लेकिन इस बार 18 व 19 दोनों ही दिन रोहिणी नक्षत्र का संयोग नहीं बन रहा है। पंचांग के अनुसार 19 अगस्त को कृत्तिका नक्षत्र रात करीब 01.53 पर रहेगा। इसके बाद रोहिणी नक्षत्र आरंभ होगा। यानी इस बार जन्माष्टमी पर रोहिणी नक्षत्र का संयोग नहीं रहेगा।

ये भी पढ़ें-

Rakshabandhan 2022: भाई की कलाई पर बांधें ये खास राखियां, इससे दूर हो सकती है उसकी लाइफ की हर परेशानी


Rakshabandhan 2022: शनिदेव की बहन है भद्रा, जन्म लेते ही इसने किया ये ‘भयंकर’ काम, कांपने लगे देवता भी

Rakshabandhan 2022: इस राज्य में अनोखी परंपरा, यहां बहनें अपने भाइयों को देती हैं मरने का श्राप
 

Read more Articles on
Share this article
click me!

Latest Videos

आजादी के बाद से कांग्रेस ने अपनी राजनीति झूठ और धोखे पर बनाई है: पीएम मोदी
LIVE: पीएम मोदी ने गुजरात में राष्ट्रीय एकता दिवस कार्यक्रम में भाग लिया
यूपी मदरसा कानून पर आ गया 'सुप्रीम' फैसला, लाखों छात्रों का जुड़ा था भविष्य । SC on UP Madarsa
Chhath Puja 2024: छठ पूजा में छठी मैया को क्या लगाएं भोग ?
Almora Bus Accident: एक चूक और खत्म हो गईं कई जिंदगियां