14 जुलाई 2022, गुरुवार से हिंदू पंचांग का पांचवां महीना श्रावण शुरू हो रहा है। गुरुवार को उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से सौम्य नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है। साथ ही वैधृति और विषकुंभ नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
उज्जैन. हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व है। वास्तव में पंचांग उस तालिका को कहते हैं जिसके माध्यम से शुभ-अशुभ मुहूर्त, तिथि, ग्रहों की स्थिति आदि का पता चल सके। पंचांग के 5 प्रमुख अंग हैं- तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण। हिन्दू संस्कृति में प्राचीन काल से शुभ और अशुभ समय देखने के लिए पंचांग का उपयोग किया जाता रहा है। पंचांग आज के समय भी इतना ही महत्वपूर्ण है, जितना पहले हुआ करता था। आगे जानिए आज के पंचांग से जुड़ी खास बातें…
आज से शुरू होगा सावन मास
आज से हिंदू पंचांग का पांचवां मास श्रावण शुरू हो रहा है, जो 11 अगस्त तक रहेगा। धर्म ग्रंथों में इसे बहुत ही विशेष बताया गया है क्योंकि इस महीने में भगवान शिव की पूजा का विधान है। श्रावण का ही अपभ्रंश है सावन। इस महीने में शिव मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। मान्यता है कि इस महीने में यदि कुछ विशेष उपाय किए जाएं तो हर परेशानी से मुक्ति मिल सकती है और घर-परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है। इस महीने कई बड़े व्रत-त्योहार में मनाए जाते हैं जैसे- नागपंचमी, रक्षाबंधन आदि।
14 जुलाई का पंचांग (Aaj Ka Panchang 14 July 2022)
14 जुलाई 2022, दिन गुरुवार से हिंदू पंचांग का पांचवां महीना श्रावण (सावन) शुरू होगा। इस दिन सूर्योदय उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में होगा, जो दिन भर रहेगा। गुरुवार को उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से सौम्य नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है। इसके अलावा इस दिन वैधृति और विषकुंभ नाम के 2 अन्य योग भी बन रहे हैं। इस दिन राहुकाल दोपहर 02:12 से 03:52 तक रहेगा। इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें।
ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार से होगी...
गुरुवार को चंद्रमा धनु राशि से निकलकर मकर में प्रवेश करेगा। शुक्र, सूर्य और बुध मिथुन में, शनि मकर राशि (वक्री), मंगल और राहु मेष राशि में, केतु तुला राशि में और गुरु (वक्री) मीन राशि में रहेंगे। गुरुवार को दक्षिण दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि करनी पड़े तो दही या जीरा मुंह में डाल कर निकलें।
14 जुलाई के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2079
मास पूर्णिमांत- श्रावण
पक्ष- कृष्ण
दिन- गुरुवार
ऋतु- वर्षा
नक्षत्र- उत्तराषाढ़ा
करण- बालव और कौलव
सूर्योदय - 5:53 AM
सूर्यास्त - 7:11 PM
चन्द्रोदय - 8:12 PM
चन्द्रास्त - 7:14 AM
अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 12:06 से 12:59 तक
14 जुलाई का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड - 5:53 AM – 7:33 AM
कुलिक - 9:13 AM – 10:52 AM
दुर्मुहूर्त - 10:19 AM – 11:12 AM और 03:38 PM – 04:32 PM
वर्ज्यम् - 11:50 PM – 01:15 AM
गण्ड योग (Gand Yoga)
ज्योतिष शास्त्र में 27 शुभ-अशुभ योगों के बारे में बताया गया है। ये पंचांग के 5 अंगों में से एक है। इनमें से दसवें योग का नाम गण्ड है। ज्योतिषियों के अनुसार, ये बहुत ही अशुभ योग है। जो व्यक्ति गण्ड योग में जन्म लेते हैं, उन्हें कई प्रकार के कष्टों का सामना करना पड़ता है। इस योग में जन्म लेने वाले व्यक्ति का कद छोटा होता है और सर बड़ा होता है। ये शक्तिशाली होते हैं और भोग विलास में रत रहने वाले होते हैं। ये कुछ जिद्दी स्वभाव के होते हैं और अपनी बातों पर जमे रहते हैं।
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