सूर्य ने किया आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश, राजनीति में होगी उथल-पुथल, शुरू होगी वर्षा ऋतु

आज (22 जून, मंगलवार) सूर्य आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश कर रहा है। सूर्य इस नक्षत्र में 6 जुलाई तक रहेगा। इन 15 दिनों में ज्येष्ठ और आषाढ़ महीना रहेगा। ज्योतिषीयों का कहना है कि सूर्य के इस नक्षत्र परिवर्तन से बारीश का मौसम शुरू हो जाएगा।

Asianet News Hindi | Published : Jun 22, 2021 7:07 AM IST

उज्जैन. आज (22 जून, मंगलवार) सूर्य आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश कर रहा है। सूर्य इस नक्षत्र में 6 जुलाई तक रहेगा। इन 15 दिनों में ज्येष्ठ और आषाढ़ महीना रहेगा। ज्योतिषीयों का कहना है कि सूर्य के इस नक्षत्र परिवर्तन से बारीश का मौसम शुरू हो जाएगा। ज्योतिष में सूर्य के राशि और नक्षत्र बदलने पर खास ध्यान दिया जाता है। इस साल आर्द्रा के प्रवेश-काल के आधार पर ज्योतिषीय गणना के मुताबिक अच्छी बारिश के योग बन रहे हैं।

राजनीति में होगी उथल-पुथल
सूर्य की चाल में बदलाव से देश-दुनिया की राजनैतिक, सामाजिक और आर्थिक स्थिति पर भी असर पड़ेगा। इसके प्रभाव से देश में बड़े प्रशासनिक फैसले हो सकते हैं। देश में कई जगहों पर तेज बारिश के कारण प्राकृतिक आपदा आने की आशंका है। साथ ही देश में राजनीतिक और आर्थिक उथल-पुथल भी हो सकती है।

सूर्य के नक्षत्र बदलने से होता है ऋतु परिवर्तन
- काशी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र का कहना है कि आर्द्रा नक्षत्र पर राहु का विशेष प्रभाव रहता है। जो कि मिथुन राशि में आता है। जब सूर्य सूर्य इस नक्षत्र में होता है तब पृथ्वी रजस्वला होती है। ये नक्षत्र उत्तर दिशा का स्वामी है। इसे खेती के कामों में मददगार माना जाता है।
- सूर्य किसी भी राशि में महीने तक रहता है। इस तरह 2 राशियां बदलने पर ऋतुओं में भी बदलाव हो जाता है। जैसे 19 अप्रैल से 21 जून तक वृष और मिथुन राशि में सूर्य के रहने से इस दौरान ग्रीष्म ऋतु रहती है। जबकि सूर्य मिथुन से कर्क राशि में जाते हैं तो बारिश का मौसम शुरू हो जाता है। जो कि 22 अगस्त तक रहेगा।
- सूर्य के कन्या और तुला राशि में होने पर शरद ऋतु रहेगी, जो 22 अगस्त से 23 अक्टूबर तक रहेगी। फिर वृश्चिक और धनु राशि में होने पर 23 अक्टूबर से 21 दिसंबर तक हेमंत ऋतु और उसके बाद मकर और कुंभ राशि में रहने पर 21 दिसम्बर से 18 फरवरी तक शिशिर ऋतु होगी।

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