प्रकृति ने भविष्य में होने वाली विभिन्न घटनाओं के बारे में मनुष्य को अवगत कराने के लिए कई माध्यम बनाए हैं। पशु-पक्षी व जीव-जंतु विभिन्न क्रिया-कलापों के माध्यम से हमें भविष्य में होने वाली घटनाओं से अवगत कराते हैं।
उज्जैन. वर्तमान में इस प्रकार की बातों पर पूरी तरह से यकीन नहीं किया जा सकता, लेकिन शकुन शास्त्र में पशु-पक्षियों आदि से प्राप्त होने वाले संकेतों का स्पष्ट वर्णन मिलता है।
घरों में सामान्य रूप से पाई जाने वाली छिपकली भी शकुन-अपशकुन के बारे में संकेत करती है। जरूरत है तो बस उन संकेतों को समझने की। ये हैं छिपकली से जुड़े कुछ शकुन-अपशकुन-
1. छिपकली किसी व्यक्ति के सिर अथवा दाहिने हाथ पर गिरे तो सम्मान मिलने की संभावना रहती है किंतु बाएं हाथ पर गिरे तो धन हानि हो सकती है।
2. यदि छिपकली किसी व्यक्ति के दाई ओर से चढ़कर बांई ओर उतरती है तो उसे पदोन्नति यानी प्रमोशन और धन लाभ होने के योग बनते हैं।
3. नए घर में प्रवेश करते समय यदि घर के मालिक को मरी हुई छिपकली दिखाई दे तो उस घर में रहने वाले लोगों को बीमारियां होने का भय रहता है, ऐसा शकुन शास्त्र में लिखा है। इस अपशकुन से बचने के लिए पूरे विधि-विधान से पूजन करने के बाद ही नए घर में प्रवेश करना चाहिए।
4. शकुन शास्त्र के अनुसार दिन में भोजन करते समय यदि छिपकली का बोलना सुनाई दे शीघ्र ही कोई शुभ समाचार मिल सकता है या फिर कोई शुभ फल प्राप्त हो सकता है। हालांकि ये घटना बहुत कम होती है क्योंकि छिपकली अधिकांश रात के समय बोलती है।
5. स्त्री की बांई बांह पर छिपकली गिरे तो सौभाग्य में वृद्धि और दाहिनी बांह पर गिरे तो कोई बुरा समाचार मिलता है।
6. यदि किसी व्यक्ति के दाहिने गाल पर छिपकली गिरे तो उसे सुख-सुविधाओं की प्राप्ति हो सकती है।
7. बाएं गाल पर छिपकली गिरे तो हेल्थ से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं।
8. यदि छिपकली किसी व्यक्ति की नाभि पर गिरे तो उस व्यक्ति को पुत्र होने की संभावना बन सकती है।
9. यदि छिपकली गुप्त अंगों पर गिरे तो उस व्यक्ति को कोई रोग होने की संभावना बढ़ जाती है।
10. छिपकली लड़ती दिखे तो किसी दूसरे से झगड़ा संभव है और अलग होती दिखे तो किसी प्रियजन से बिछुडऩे का दु:ख सहन करना पड़ सकता है।
11. यदि छिपकली किसी व्यक्ति के पेट पर गिरती है तो अनेक प्रकार के उत्पात और छाती पर गिरती है तो अच्छा भोजन मिल सकता है।