Mahashivratri 2022: महाशिवरात्रि पर शाम तक रहेगा पंचग्रही योग, किस राशि पर कैसा होगा असर, जानिए राशिफल से

इस बार 1 मार्च, मंगलवार को महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2022) है। महाशिवरात्रि पर शाम 4.29 बजे तक पंचग्रही योग रहेगा और उसके बाद त्रिग्रही-चतुर्ग्रही योग बनेंगे। शाम 4.29 बजे तक चंद्र, मंगल, बुध, शुक्र, शनि के एक साथ रहने से पंचग्रही योग बना रहेगा।

 

 

Asianet News Hindi | Published : Feb 28, 2022 5:58 AM IST / Updated: Feb 28 2022, 06:49 PM IST

उज्जैन. महाशिवरात्रि की शाम को चंद्रमा के कुंभ राशि में प्रवेश कर जाने से पंचग्रही योग समाप्त हो जाएगा और मकर राशि में चतुर्ग्रही और कुंभ राशि में त्रिग्रही योग बन जाएगा। इन सभी योगों का असर 12 राशियों के लोगों पर शुभ-अशुभ रूप में देखने को मिलेगा। किसी के लिए ये योग शुभ फल देने वाले रहेंगे तो कुछ के लिए परेशानी का कारण भी बन सकते हैं। आगे जानिए आपकी लाइफ पर कैसा असर डालेंगे महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2022) पर्व पर बनने वाले पंचग्रही और चतुर्ग्रही योग…

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मेष राशि
इस राशि के लोगों के लिए चतुर्ग्रही और त्रिग्रही योग दसवें और ग्यारहवें भाव में बन रहा है। दसवां स्थान रोजगार का स्थान है यहां 4 ग्रहों का होना काम में अस्थिरता दे सकता है। आर्थिक संकट आ सकता है। शारीरिक रोग परेशान करेंगे। उच्चाधिकारियों से संबंध बिगड़ने न दें। हताश न हों माता-पिता के स्वास्थ्य का इस समय विशेष ध्यान रखें।
उपाय- महाशिवरात्रि के दिन शिवजी को शहद और गुड़ अर्पित करें। 

वृषभ राशि 
इस राशि के लिए चतुर्ग्रही और त्रिग्रही योग नौवें और दसवें स्थान पर बन रहा है। भाग्य भाव में शुक्र-मंगल जैसे ग्रहों का होना आपकी किस्मत चमका सकता है। आर्थिक सुख-समृद्धि आएगी। अटके हुए कामों को गति मिलेगी। धर्म और अध्यात्म के प्रति रुचि बढ़ेगी। विदेशी कंपनियों में सर्विस अथवा नागरिकता के लिए किया गया प्रयास भी सफल रहेगा।
उपाय- शिवरात्रि पर शिवजी को चावल अर्पित करें। मावे से शिवजी का श्रृंगार करें। 

मिथुन राशि 
इस राशि के लिए चतुर्ग्रही और त्रिग्रही योग आठवें और नौवें स्थान पर बन रहा है। आठवें भाव में शुक्र-मंगल का होना प्रेम संबंधों में धोखे का संकेत है। हालांकि आर्थिक मामलों के लिए समय उत्तम है। स्वास्थ्य ठीक रहेगा। कार्यक्षेत्र में भी षड्यंत्र का शिकार हो सकते हैं। व्यर्थ विवादों से दूर रहें और कोर्ट कचहरी के मामले भी बाहर ही सुलझाएं।
उपाय- महाशिवरात्रि पर शिवलिंग का अभिषेक गन्ने के रस से करें। 

कर्क राशि 
इस राशि के लोगों के लिए चतुर्ग्रही और त्रिग्रही योग सातवें और आठवें भाव में बन रहा है। पारिवारिक, दांपत्य, साझेदारी के कार्य उत्तम होंगे। लाभ के अनेक अवसर आएंगे। आर्थिक समस्याओं का निदान मिल जाएगा। शादी-विवाह से संबंधित वार्ता में थोड़ा और विलंब हो सकता है। दांपत्य जीवन में कटुता ना आने दें। इस अवधि के मध्य साझा व्यापार करने से बचें।
उपाय- महाशिवरात्रि पर शिवजी का अभिषेक मीठे दूध से करें।
 

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सिंह राशि 
इस राशि के लोगों के लिए चतुर्ग्रही और त्रिग्रही योग छठे और सातवें स्थान में बन रहा है। इससे रोग दूर होंगे। शत्रु परास्त होंगे लेकिन दांपत्य जीवन में कुछ परेशानी आ सकती है। परिवार में विवाद हो सकता है। कोर्ट-कचहरी के मामलों में निर्णय आपके पक्ष में आने के संकेत बन रहे हैं। नई डील करने के लिए समय अनुकूल है।
उपाय- महाशिवरात्रि पर शिवलिंग पर लाल चंदन का लेप करें। 

कन्या राशि
इस राशि के लिए चतुर्ग्रही और त्रिग्रही योग पांचवें और छठे स्थान पर बन रहे हैं। संतान की ओर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। शिक्षा के क्षेत्र में उपलब्धि प्राप्त होगी। पारिवारिक सुख-समृद्धि बनी रहेगी। उन्नति होगी। प्रेम संबंधी मामलों में उदासीनता रहेगी। आय के साधन बढ़ेंगे किंतु साझा व्यापार करने से बचें।
परिवार में किसी से विवाद भी हो सकता है।
उपाय- महाशिवरात्रि पर शिवजी को 108 बिल्वपत्र और 108 धतूरे अर्पित करें।

तुला राशि 
आपके लिए चतुर्ग्रही और त्रिग्रही योग चौथे और पांचवें स्थान पर बन रहा है। चौथे भाव में चतुर्ग्रही योग आपके सुख को प्रभावित करेगा। आर्थिक तंगी महसूस हो सकती है। पंचम का त्रिग्रही योग शिक्षा संबंधित कार्यों में बाधा का सूचक है। यात्रा सावधानीपूर्वक करें। वाहन दुर्घटना के योग भी बन रहे हैं। मित्रों तथा संबंधियों से अप्रिय समाचार प्राप्ति के योग भी हैं।
उपाय- महाशिवरात्रि पर शिवजी को केसर का दूध अर्पित करें। 

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वृश्चिक राशि
इस राशि के लिए चतुर्ग्रही और त्रिग्रही योग तीसरे और चौथे स्थान पर बन रहा है। चौथे स्थान का सूर्य सम्मान, पद देगा लेकिन तृतीय में बना चतुर्ग्रही योग भाई-बहनों से विवाद का कारण बन सकता है। आपके साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी। आपके लिए गए कुछ निर्णयों और किए गए कार्यों की सराहना भी होगी।
उपाय- महाशिवरात्रि पर दूध में शहद मिलाकर शिवजी का अभिषेक करें। 

धनु राशि
इस राशि के लोगों के लिए चतुर्ग्रही और त्रिग्रही योग दूसरे और तीसरे स्थान पर बन रहा है। आपके लिए समय थोड़ा संकटपूर्ण रह सकता है। धन स्थान का चतुर्ग्रही योग लाभ देगा, लेकिन तृतीय के कारण पारिवारिक विवाद हो सकता है। जोड़ों में दर्द से संबंधित बीमारी हो सकती है। काफी दिनों से अटका हुआ पैसा इस समय आपको मिल सकता है। 
उपाय- महाशिवरात्रि पर शिवजी को गुलाब का इत्र अर्पित करें। 
 

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मकर राशि
आपके लिए चतुर्ग्रही और त्रिग्रही योग क्रमश: लग्न यानी पहले और दूसरे स्थान में बन रहा है। लग्न का शुक्र-मंगल अनेक लाभदायक अवसर उत्पन्न करेगा। उन्नति होगी। आर्थिक समस्याओं का समाधान होगा। शारीरिक स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। इस समय आपके स्वभाव में उग्रता आ सकती है, इसलिए संयम से काम लें। संपत्ति खरीदने के योग इस समय बन रहे हैं।
उपाय- शिवजी को काले तिल अर्पित करें। 

कुंभ राशि 
इस राशि के लोगों के लिए चतुर्ग्रही और त्रिग्रही योग बारहवें और पहले भाव में बन रहा है। इससे आपके खर्च बढ सकते हैं। आर्थिक संकट आ सकता है। मुकदमों में उलझ सकते हैं। मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य गड़बड़ा सकता है। इस समय किसी को पैसा उधार देने से बचें नहीं तो परेशान हो सकते हैं। यात्रा करते समय भी सावधानी रखने की जरूरत है।
उपाय- शिवजी का पंचोपचार पूजन करें। 

मीन राशि
इस राशि के लोगों के लिए चतुर्ग्रही और त्रिग्रही योग ग्यारहवें और बारहवें स्थान पर बन रहा है। आपके लिए ग्रह स्थितियां अनुकूल हैं। आय स्थान के शुक्र-मंगल भूमि, संपत्ति से लाभ प्रदान करेंगे। जीवन में उन्नति होगी। प्रेम संबंधी मामलों में उदासीनता बनी रहेगी। शिक्षा-प्रतियोगिता में भी सफलता मिलने के योग बन रहे हैं। 
उपाय- शिवजी का अभिषेक केसर के दूध या पंचामृत से करें। 


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