मिथुन राशि चक्र की तीसरी राशि है। राशि का प्रतीक युवा दम्पति है, यह द्वि-स्वभाव वाली राशि है। जिन लोगों का नाम का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह अक्षर से शुरू होता है वे मिथुन राशि के होते हैं।
उज्जैन. मिथुन राशि का स्वामी बुध है। आज हम आपको मिथुन राशि के लोगों के स्वभाव से जुड़ी 15 खास बातें बता रहे हैं, जो इस प्रकार है…
1. मृगशिरा नक्षत्र के तीसरे चरण के मालिक मंगल-शुक्र हैं। मंगल शक्ति और शुक्र माया है।
2. व्यक्ति के अन्दर माया के प्रति भावना पाई जाती है, व्यक्ति जीवनसाथी के प्रति हमेशा शक्ति बन कर प्रस्तुत होता है। साथ ही, घरेलू कारणों के चलते कई बार आपस में तनाव रहता है।
3. इस राशि के लोग हर कार्य में जिज्ञासा और खोजी दिमाग होने के कारण इस राशि के लोग अन्वेषण में भी सफलता लेते रहते हैं और पत्रकार, लेखक, मीडियाकर्मी, भाषाओं की जानकारी, योजनाकार भी बन सकते हैं।
4. मंगल और शुक्र की युति के कारण व्यक्ति में स्त्री रोगों को परखने की अद्भुत क्षमता होती है।
5. व्यक्ति वाहनों की अच्छी जानकारी रखता है। नए-नए वाहनों और सुख के साधनों के प्रति अत्यधिक आकर्षण होता है। इनका घरेलू साज-सज्जा के प्रति अधिक झुकाव होता है।
6. मंगल के कारण जातक वचनों का पक्का बन जाता है।
7. गुरु आसमान का राजा है तो राहु गुरु का शिष्य, दोनों मिलकर जातक में ईश्वरीय ताकतों को बढ़ाते हैं।
8. इस राशि के लोगों में ब्रह्माण्ड के बारे में पता करने की योग्यता जन्मजात होती है। वह वायुयान और सेटेलाइट के बारे में ज्ञान बढ़ाता है।
9. राहु-शनि के साथ मिलने से व्यक्ति के अन्दर शिक्षा और शक्ति उत्पादित होती है। जातक का कार्य शिक्षा स्थानों में या बिजली, पेट्रोल या वाहन वाले कामों की ओर होता है।
10. व्यक्ति एक दायरे में रह कर ही कार्य कर पाता है और पूरा जीवन कार्योपरान्त फलदायक रहता है।
11. व्यक्ति के अंदर एक मर्यादा होती है जो उसे धर्म में लीन करती है और जातक सामाजिक और धार्मिक कार्यों में अपने को रत रखता है।
12. गुरु जो ज्ञान का मालिक है, उसे मंगल का साथ मिलने पर उच्च पदासीन करने के लिए और रक्षा आदि विभागों की ओर ले जाता है।
13. व्यक्ति अपने ही विचारों, अपने ही कारणों से उलझता है। मिथुन राशि पश्चिम दिशा की द्योतक है, जो चन्द्रमा की निर्णय समय में जन्म लेते हैं, वे मिथुन राशि के कहे जाते हैं।
14. बुध की धातु पारा है और इसका स्वभाव जरा सी गर्मी-सर्दी में ऊपर नीचे होने वाला है। दूसरे की मन की बातें पढऩे, दूरदृष्टि, बहुमुखी प्रतिभा, अधिक चतुराई से कार्य करने की क्षमता होती है।
15. जातक को बुद्धि वाले कामों में ही सफलता मिलती है। अपने आप पैदा होने वाली मति और वाणी की चतुरता से इस राशि के लोग कुशल कूटनीतिज्ञ और राजनीतिज्ञ भी बन जाते हैं।
ज्योतिष में स्वाभाव के बारे में ये भी बताया गया है, पढ़ें
परिश्रमी, धैर्यवान और शांत स्वभाव के होते हैं वृष राशि के लोग, शुक्र है इस राशि का स्वामी
मंगल की राशि है मेष, जानिए इस राशि के लोगों के नेचर से जुड़ी 15 खास बातें
बेहद सरल और भावुक होते हैं वे लोग जिनका नाम Z अक्षर से शुरू होता है
साफ दिल और सही राय देने वाले होते हैं वे लोग, जिनका नाम Y अक्षर से शुरू होता है
स्वभाव से थोड़े अड़ियल और जिद के पक्के होते हैं वे लोग, जिनका नाम V से शुरू होता है
बेहद जोशिले, होशियार और नेकदिल होते हैं वे लोग, जिनका नाम U अक्षर से शुरु होता है
जिन लोगों का नाम F से शुरू होता है, वो अपने जीवनसाथी से करते हैं बहुत प्यार, जानें इनकी खास बातें
D से जिन लोगों को नाम शुरू होता है वो होते हैं धुन के पक्के, नहीं करते कोई समझौता
जिन लोगों का नाम C से शुरू होता है वो होते हैं किस्मत के धनी, हर क्षेत्र में पाते हैं सफलता
जिन लोगों का नाम B से शुरू होता है वे वाद-विवाद से दूर रहते हैं, हर रिश्ते को अंत तक निभाते हैं
जिन लोगों का नाम A लेटर से शुरू होता है वे होते हैं साहसी और महत्वकांक्षी, जानें इनकी खास बातें