Astrology: 2022 में दीपावली पर बना सूर्य ग्रहण का दुर्लभ संयोग, इन खास बातों के लिए याद रहेगा ये साल

Published : Dec 14, 2022, 05:34 PM ISTUpdated : Dec 22, 2022, 12:34 PM IST
Astrology: 2022 में दीपावली पर बना सूर्य ग्रहण का दुर्लभ संयोग, इन खास बातों के लिए याद रहेगा ये साल

सार

साल 2022 कुछ ही दिनों में समाप्त होने वाला है और नया साल 2023 शुरू होने वाला है। बीता हुआ साल अपने पीछे बहुत सी यादें छोड़ जाता है, साल 2022 में भी ज्योतिष और धर्म से जुड़ी ऐसी बहुत सी बातें हुई हैं जो हमें याद आती रहेंगी।  

उज्जैन. ज्योतिष एक ऐसा क्षेत्र हैं, जहां हमेशा कुछ न कुछ नया होता रहता है। इनमें से कुछ बातें ऐसी होती हैं जो कई सालों में एक बात होती है। साल 2022 में भी कुछ ऐसी ही घटनाएं ज्योतिष के क्षेत्र में हुई हैं। साल 2022 को इन बातों के लिए आगे भी याद किया जाता रहेगा। आज हम आपको ज्योतिष से जुड़ी कुछ ऐसी ही घटनाओं के बारे में बता रहे हैं, जो साल 2022 में हुई थीं…

दीपावली पर बना सूर्य ग्रहण का संयोग 
हर साल 1 या 2 बार सूर्य ग्रहण का संयोग जरूर बनता है। साल 2022 में भी 2 सूर्य ग्रहण हुए। साल का पहला सूर्य ग्रहण 30 अप्रैल को हुआ, लेकिन ये भारत में दिखाई नहीं दिया। इसके बाद दूसरा सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर को यानी दीपावली के दूसरे दिन हुआ। दीपावली के अगले दिन सूर्य ग्रहण का संयोग एक अद्भुत संयोग था, क्योंकि कई दशकों में ऐसा एक बार होता है। इसके पहले 1949, 1967, 1985 को भी दीपावली पर सूर्य ग्रहण का संयोग बना था।

साल 2022 में हुए 2 चंद्रग्रहण
साल 2022 में सूर्य ग्रहण के अलावा दो चंद्र ग्रहण भी हुए। पहला चंद्र ग्रहण 16 मई को हुआ, लेकिन भारत में दिखाई न देने के चलते इसका यहां कोई धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व नहीं माना गया। साल का दूसरा चंद्रग्रहण 8 नवंबर को यानी कार्तिक पूर्णिमा पर हुआ। ये ग्रहण लगभग पूरे भारत में देखा गया। इसे ब्लड मून भी कहा गया। 15 दिन में दूसरा ग्रहण होने से इसे अशुभ माना गया। 

दीपावली और गोवर्धन पूजा में एक दिन का अंतर
आमतौर पर दीपावली के दूसरे दिन ही गोवर्धन पूजा का पर्व मनाया जाता है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। दीपावली का पर्व जहां 24 अक्टूबर को मनाया गया, वहीं गोवर्धन पूजा का पर्व 26 अक्टूबर को। इस तरह इन दोनों पर्वों में एक दिन का अंतर आ गया। इसके पीछे कारण रहा कि दीपावली के दूसरे दिन अमावस्या तिथि शाम 4 बजे तक रही और इसके बाद प्रतिपदा तिथि शुरू हुई। प्रतिपदा तिथि का सूर्योदय 26 अक्टूबर को हुआ, इसलिए ज्योतिषियों के अनुसार, इसी दिन ये पर्व मनाया गया।

बड़े ग्रहों का एक ही महीने में राशि परिवर्तन
बड़े ग्रह जैसे गुरु, शनि और राहु-केतु बड़े लंबे समय के बाद राशि बदलते हैं। गुरु साल में एक बार, शनि ढाई साल में एक बार और राहु-केतु डेढ़ साल में एक बार राशि बदलता है। साल 2022 में इन सभी ग्रहों ने एक ही महीने अप्रैल में राशि बदली। ऐसा दुर्लभ संयोग कई दशकों में एक बार बनता है। अप्रैल 2022 में 4-5 ग्रहों ने नहीं बल्कि पूरे 9 ग्रहों ने एक के बाद एक राशि बदली थी।


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