25 मार्च से शुरू होगा विक्रम संवत् 2077, 12 नहीं 13 महीनों का होगा ये हिंदू वर्ष

चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से हिंदू नववर्ष का आरंभ होता है। इस बार ये तिथि 25 मार्च, बुधवार को है। इसी दिन चैत्र नवरात्रि का भी आरंभ होगा व घट स्थापना की जाएगी। इसके अलावा इस दिन गुड़ी पड़वा उत्सव भी मनाया जाएगा।

Asianet News Hindi | Published : Mar 20, 2020 3:46 AM IST

उज्जैन. ज्योतिषाचार्य पं. गणेश मिश्रा के अनुसार, 25 मार्च से विक्रम संवत् 2077 आरंभ होगा, जिसका नाम प्रमादी है। इस संवत्सर के राजा बुध और मंत्री चंद्रमा रहेगा। इन ग्रहों में शत्रुता होने से के कारण बड़े पदों पर स्थित प्रशासनिक अधिकारियों और उनके सहयोगियों के बीच मतभेद हो सकते हैं। वहीं इस संवत्सर में अधिकमास भी आ रहा है। जिसके कारण दीपावली और अन्य मुख्य त्योहार भी कुछ दिन देरी से मनाए जाएंगे।

यूं बनते हैं संवत्सर के राजा
किसी भी नए संवत्सर में राजा का चयन चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के वार के अनुसार होता है। अर्थात इस दिन जो वार होता है उस वार के स्वामी को संवत का राजा माना जाता है।

Latest Videos

19 साल बाद अश्विन अधिमास
इस संवत्सर में आश्विन के दो महीने रहेंगे। 19 साल पहले ऐसा हुआ था क्योंकि अधिकमास था। हर 3 साल बाद संवत्सर में एक माह अधिमास का भी होता है। इसे पुरुषोत्तम मास भी कहते है। इस व्यवस्था में एक हिंदी महीना 2 बार होता है इसे ऐसे समझ सकते हैं कि करीब 58 से 60 दिनों तक एक ही महीना लिखा जाता है।

नए संवत्सर में दीपावली आएगी देरी से
इस साल आश्विन अधिकमास होने से यानी दो अश्विन महीने होने के कारण कार्तिक माह के तीज और त्योहार 10 से 15 दिन या इससे कुछ ज्यादा देरी से आएंगे। इस साल दीपावली पर्व नवंबर माह के दूसरे सप्ताह में आएगा। यानी 14 नवंबर को दिवाली मनाई जाएगी और देवउठनी एकादशी पर्व 25 नवंबर को मनाया जाएगा

Share this article
click me!

Latest Videos

Ratan Tata की तिरंगे में लिपटी सबसे पहली तस्वीर, अंतिम दर्शन करने उमड़ी भीड़
'हाथ' से छूटा हरियाणा, अब अखिलेश यादव ने कांग्रेस को दिया जोर का झटका! Rahul Gandhi
कांग्रेस के जबड़े से BJP ने कैसे छीना हरियाणा? जीत का असली हीरो कौन-5 Point में जानें
उर्फी जावेद का रिस्की वीडियो वायरल #Shorts #urfijaved
टूट कर बिखर जाएगा इंडिया गठबंधन? कांग्रेस की 'अनदेखी' पर सहयोगियों का जुबानी हमला