
फूड डेस्क : दही, दाल-चावल और पापड़ एक सबसे अच्छा कॉम्बिनेशन है। इस होममेड फूड कॉम्बो का स्वाद हम सभी चखते रहते हैं। इसमें अगर कुछ अचार मिला दें तो आपके पास घर पर बनी सबसे उत्तम भारतीय थाली तैयार है। दही एक सबसे पॉपुलर साइड डिश है जो कभी भी ट्रेंड से बाहर नहीं जाती है लेकिन भोजन में कभी भी स्वाद नहीं जोड़ती है। हालांकि, क्या कुछ लोग इसके बिना अपना भोजन कर सकते हैं? ऐसा लगभग न के बराबर होने की अपेक्षा है। हम सभी को चावल, दाल और अन्य चावल पुलाव व्यंजनों के साथ दही खाना बहुत पसंद है। अब ऐसे में सवाल आता है कि क्या डिनर में दही खाना सही है?
दरअसल दही के हमारी आंत के लिए कई फायदे हैं। आपने लोगों को यह कहते सुना होगा कि इसे रात के खाने में न खाएं। आयुर्वेद के अनुसार, रात के खाने में दही खाने का क्या मतलब है? चलो पता करते हैं। आयुर्वेद डॉक्टर डॉ. डिक्सा भावसार सावलिया ने इंस्टाग्राम पर दही और रात के खाने के बारे में एक पोस्ट शेयर किया है। उन्होंने लिखा, ‘दही स्वाद में खट्टा लेकिन प्रकृति गर्म है। यह पचने में भारी होता है और अधिक समय लगाता है। यह वसा बढ़ाता है, ताकत में सुधार करता है, कफ और पित्त को बढ़ाता है और पाचन शक्ति में सुधार करता है।’
आयुर्वेद डॉक्टर ने कहा कि दही को गर्म नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे उसके गुण नष्ट हो जाते हैं। विशेषज्ञ के अनुसार मोटापा, कफ विकार, रक्तस्राव विकार और सूजन की स्थिति वाले लोगों को दही से परहेज करना सबसे अच्छा है। यही कारण हैं कि रात में कभी भी दही का सेवन नहीं करना चाहिए। दिन की तुलना में रात में मेटाबॉलिज्म कम होता है। रात के समय दही खाने से पेट में भारीपन होता है क्योंकि यह पचने में भारी होता है। इससे शरीर में कफ बढ़ता है। जिससे मधुमेह, वजन बढ़ना और कोलेस्ट्रॉल की समस्या होती है। हालांकि, अगर आपको रात में दही खाने की आदत है, तो इससे बचें या छाछ पर स्विच करें।
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