अगर आप सही समय, मिट्टी और देखभाल पर ध्यान दें, तो अपनी छत या बालकनी पर स्ट्रॉबेरी उगाना बहुत आसान है। सही समय, सही मिट्टी, धूप और थोड़ी सी देखभाल से, घर पर उगाई गई स्ट्रॉबेरी न सिर्फ स्वाद में बेहतर होती हैं, बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद होती हैं।
Strawberry Plant Care Tips: आजकल, लोग घर पर ताजी, केमिकल-फ्री सब्जियां और फल उगाने की तरफ ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। स्ट्रॉबेरी भी एक ऐसा फल है जिसे आप आसानी से अपनी छत या बालकनी में उगा सकते हैं। अपने मीठे स्वाद, आकर्षक रंग और भरपूर पोषण मूल्य के कारण, स्ट्रॉबेरी बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को पसंद आती है। सही समय, सही मिट्टी, धूप और थोड़ी सी देखभाल से, घर पर उगाई गई स्ट्रॉबेरी न सिर्फ स्वाद में बेहतर होती हैं, बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद होती हैं। इस आर्टिकल में, हम आपको अपनी छत पर स्ट्रॉबेरी उगाने के बारे में पूरी स्टेप-बाय-स्टेप जानकारी देंगे।
स्ट्रॉबेरी उगाने का सही समय
भारत में स्ट्रॉबेरी उगाने का सबसे अच्छा समय ठंड का दिन होता है। ठंडा और हल्का मौसम स्ट्रॉबेरी के पौधों के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। ज्यादा गर्मी या तेज धूप पौधों को नुकसान पहुंचा सकती है।
सही गमला और जगह चुनना
स्ट्रॉबेरी की जड़ें ज़्यादा गहरी नहीं होतीं, इसलिए:
8-10 इंच गहरा और चौड़ा गमला काफी है।
आप हैंगिंग पॉट या ग्रो बैग का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
गमले को छत पर ऐसी जगह रखें जहां 5-6 घंटे धूप आती हो।
मिट्टी का मिश्रण कैसे तैयार करें
अच्छी पैदावार के लिए सही मिट्टी का मिश्रण जरूरी है
40% बगीचे की मिट्टी
30% वर्मीकम्पोस्ट
20% कोको पीट या रेत
10% गोबर की खाद
मिट्टी हल्की और अच्छी तरह से पानी निकलने वाली होनी चाहिए।
पौधा या बीज कैसे लगाएं
स्ट्रॉबेरी आमतौर पर पौधों से उगाई जाती हैं, क्योंकि बीज से फल बनने में ज़्यादा समय लगता है।
नर्सरी से एक स्वस्थ पौधा लें।
पौधे को गमले के बीच में लगाएं।
ध्यान रखें कि पौधे का ऊपरी हिस्सा (क्राउन) मिट्टी से ढका न हो।
पानी देना और देखभाल
हर दिन हल्का पानी दें, मिट्टी को नम रखें लेकिन पानी जमा न होने दें।
ज्यादा पानी से जड़ें सड़ सकती हैं।
कीड़ों से बचाने के लिए हफ्ते में एक बार नीम के तेल का स्प्रे करें।