इसलिए बादाम को भिगोकर छीलकर खाना चाहिए। छिले हुए बादाम भी सेहत के लिए अच्छे होते हैं। अगर पाचन क्रिया ठीक हो और स्वस्थ हों तो बादाम को बिना छिले भी कोई भी खा सकता है।
बादाम को छीलने के सामान्य कारण:
बादाम के छिलके में एमिग्डालिन होता है। यह कड़वा स्वाद दे सकता है। छीलने पर यह कड़वाहट दूर हो जाती है। इसलिए इसे खाना आसान हो जाता है।
बादाम का छिलका सख्त होता है। कुछ लोग इसे पचा नहीं पाते हैं। छिलका उतारने से यह आसानी से पच जाता है।
बादाम के छिलके में फाइटिक एसिड पाया जाता है। यह पोषक तत्वों के अवशोषण को रोकता है। इसलिए छिलका उतारने से फाइटिक एसिड कम हो जाता है। इससे विटामिन ई, मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ावा मिलता है। इसलिए बादाम को छीलकर खाने की सलाह दी जाती है। बादाम को छीलने से यह मुलायम हो जाता है। इसे खाने में स्वादिष्ट लगता है।