
पानी, जीवन का आधार है। यह न केवल प्यास बुझाता है, बल्कि शरीर के हर फंक्शन को सही ढंग से चलाने के लिए आवश्यक भी है। चाहे शरीर से टॉक्सिन को बाहर निकालना हो, शरीर का तापमान नियंत्रित करना हो या मांसपेशियों और जोड़ों की सेहत बनाना, पानी हर जगह काम आता है। लेकिन एक सवाल हमेशा बना रहता है रोड कितनी मात्रा में पानी पीना जरूरी है? आज हम आपको बताएंगे कि ज्यादा पानी पीने के फायदे और नुकसान क्या हैं?
हाल के वर्षों में हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि गर्मी के मौसम में या ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी करने वाले लोगों के लिए रोजाना लगभग तीन लीटर पानी पीना फायदेमंद हो सकता है। इस मात्रा से शरीर हाइड्रेटेड रहता है, थकान कम महसूस होती है और तनाव से लड़ने की क्षमता भी बढ़ती है। किडनी की सफाई, स्किन की चमक, पाचन क्रिया में सुधार और टॉक्सिन्स बाहर निकालने में भी इस स्तर का पानी बेहद लाभकारी साबित होता है।
यह एक भ्रम है कि सभी को एक जैसी मात्रा में पानी पीना चाहिए। असल में, पानी की आवश्यकता व्यक्ति की उम्र, वजन, दिनचर्या और वातावरण पर निर्भर करती है। उदाहरण के लिए 70 किलो वजन वाले व्यक्ति को 2.1 से 2.5 लीटर पानी पर्याप्त होता है। किसी ऐसे व्यक्ति को जो दिनभर बैठा रहता है और कम फिजिकल एक्टिविटी करता है, उसे जरूरत से ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती है। वहीं, धूप में काम करने वाले या भारी व्यायाम करने वालों को अधिक पानी की जरूरत होती है।
पानी जरूरी है, लेकिन इसका अत्यधिक सेवन भी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। इस स्थिति को हाइपोनेट्रेमिया (Hyponatremia) कहते हैं, जिसमें शरीर में सोडियम का स्तर असंतुलित हो जाता है। इससे व्यक्ति को निम्न समस्याएं हो सकती हैं
अगर आप जोरदार व्यायाम करते हैं या धूप में समय बिताते हैं, तो केवल पानी पीना काफी नहीं होता। शरीर से इलेक्ट्रोलाइट्स जैसे सोडियम और पोटैशियम भी पसीने के साथ निकल जाते हैं। ऐसे में ORS या इलेक्ट्रोलाइट युक्त ड्रिंक लेना बेहतर होता है। प्यास को गाइड मानें। शरीर जब सच में पानी मांगता है, तभी पीना चाहिए। जबरन अधिक पानी पीने की आदत अच्छी नहीं मानी जाती।