
Benefits of quitting sugar for health: चीनी, खासकर रिफाइंड चीनी, हमारी रोज़मर्रा की जिंदगी का एक बड़ा हिस्सा बन गई है। मिठाइयां, कोल्ड ड्रिंक्स, प्रोसेस्ड फ़ूड, इन सब में चीनी भरी पड़ी है। ज़्यादा चीनी खाने से सेहत को नुकसान होता है, ये तो सब जानते हैं। चीनी का सेवन कम करने या पूरी तरह बंद करने से आपके शरीर में जो बदलाव आएंगे, वो आपको हैरान कर देंगे।
चीनी भले ही तुरंत एनर्जी देती है, लेकिन इससे ब्लड शुगर लेवल तेज़ी से बढ़ता और फिर गिरता है (शुगर क्रैश)। इससे आपको थकान महसूस होती है। चीनी छोड़ने से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है, इंसुलिन कम बनता है, और एनर्जी लेवल में उतार-चढ़ाव कम होता है। आप दिनभर फ्रेश और एक्टिव रहेंगे।
चीनी दिमाग़ में डोपामाइन रिलीज़ करती है, जिससे थोड़ी देर के लिए खुशी मिलती है। लेकिन इससे चीनी की लत लग सकती है और मूड स्विंग्स हो सकते हैं। चीनी छोड़ने से दिमाग़ की सूजन कम होती है, न्यूरोट्रांसमीटर बैलेंस होते हैं। इससे चिंता, डिप्रेशन जैसी समस्याएं कम हो सकती हैं। ध्यान केंद्रित करने की क्षमता और याददाश्त बेहतर होती है।
चीनी में कैलोरी ज़्यादा और पोषक तत्व कम होते हैं। ये वज़न बढ़ने का एक बड़ा कारण है। चीनी छोड़ने से इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ती है। इंसुलिन फैट स्टोर करने वाला हार्मोन है, इसलिए इसका लेवल कम होने से फैट कम होता है। भूख भी कम लगती है, जिससे आप हेल्दी खाना चुनते हैं।
ज़्यादा चीनी खाने से त्वचा में सूजन आती है, जिससे मुंहासे, झुर्रियाँ और दूसरी स्किन प्रॉब्लम्स हो सकती हैं। चीनी छोड़ने से शरीर में सूजन कम होती है, जिससे त्वचा में कोलेजन और इलास्टिन का उत्पादन बढ़ता है। इससे त्वचा जवां और चमकदार दिखती है।
चीनी मुंह के बैक्टीरिया का खाना है, जो एसिड बनाकर दांतों को खराब करते हैं। इससे कैविटी और दूसरी दांतों की समस्याएं होती हैं। चीनी छोड़ने से मुंह में एसिडिटी कम होती है, जिससे कैविटी होने की संभावना कम होती है। मसूड़ों की सेहत भी सुधरती है।
ज़्यादा चीनी खाने से हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल और सूजन होती है, ये सब हार्ट डिज़ीज़ के रिस्क फैक्टर हैं। चीनी छोड़ने से ब्लड प्रेशर कम होता है, गुड कोलेस्ट्रॉल (HDL) बढ़ता है और बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) कम होता है। हार्ट डिज़ीज़ का ख़तरा काफी कम हो जाता है।