Cervical Cancer Causes and symptoms: दुनियाभर में सामने आ रहे इस कैंसर के मामलों में लगभग हर 5 में से एक मामला भारत से होता है। भारत में साल 2019 से अब तक 41 लाख महिलाएं इस खतरनाक बीमारी की वजह से जान गंवा चुकी हैं।
हेल्थ डेस्क: कैंसर दुनियाभर में सबसे खतरनाक बीमारी बनती जा रही है। अच्छे-खासे चलते फिरते लोगों को कैंसर कब अपनी चपेट में ले लेता है इसका पता ही नहीं चल पाता है। अब महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के बाद ओवरी कैंसर के मामले तेजी से उभरकर सामने आ रहे हैं। ओवरी कैंसर(Ovary Cancer) यानि सर्वाइकल कैंसर(Cervical Cancer), यह महिलाओं की गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाओं से शुरू होता है। दुनियाभर में सामने आ रहे इस कैंसर के मामलों में लगभग हर 5 में से एक मामला भारत से होता है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के मुताबिक, भारत में साल 2019 से अब तक 41 लाख महिलाएं इस खतरनाक बीमारी की वजह से जान गंवा चुकी हैं। इतना ही नहीं दावा किया जा रहा है कि 2070 तक 57 लाख महिलाओं की मृत्यु हो जाने की संभावना है।
कैसे होता है सर्वाइकल कैंसर?
सर्वाइकल का कैंसर एचपीवी (ह्यूमन पेपिलोमा वायरस) वायरस के संक्रमण की वजह से होता है। एक यौन संचारित वायरस होता है, जो यौन संबंध बनाने से फैलता है। यानि कि अगर कोई बार-बार इस वायरस से संक्रमित होता है तो वो आगे चलकर इस खतरनाक बीमारी का शिकार हो सकता है। एचपीवी से संक्रमित व्यक्ति के साथ यौन संबंध बनाने के अलावा जो महिलाओं तीन या तीन से ज्यादा बच्चों को जन्म दे चुकी है, उनमें इस कैंसर का जोखिम ज्यादा होता है। साथ ही लंबे समय तक गर्भ निरोधक गोलियां खाना और गोनोरिया या क्लैमाइडिया से संक्रमित हो चुकी महिलाओं में भी सर्वाइकल कैंसर का जोखिम ज्यादा होता है।
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण
सर्वाइकल कैंसर के लिए जांच
वैसे इस बीमारी की रोकथाम इलाज से बेहतर है। महिलाओं के लिए नियमित रूप से सर्वाइकल कैंसर की जांच करवाना महत्वपूर्ण है। सर्वाइकल कैंसर का पता लगाने का सबसे अच्छा तरीका डॉक्टर द्वारा क्लिनिकल परीक्षण है। इसमें अल्ट्रासाउंड, एमआरआई श्रोणि, पैप स्मीयर, पीईटी स्कैन, हिस्टोपैथोलॉजिकल टेस्ट के साथ गर्भाशय ग्रीवा की बायोप्सी शामिल हैं।
सर्वाइकल कैंसर का इलाज
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) द्वारा क्वाड्रिवेलेंट वैक्सीन तैयार की गई है, जिसे 'सर्ववैक' (Cervavac) भी कहा जाता है। ये वैक्सीन एचपीवी वायरस से कई प्रकार से सुरक्षा प्रदान करती है। इसके अलावा सर्वाइकल कैंसर का ट्रीटमेंट रेडिएशन थेरेपी, सर्जरी, कीमोथैरिपी और कीमोरेडिएशन से किया जाता है।
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