5 तरह के Eye Flu में से जानें किसकी चपेट में हैं आप? GPC से Bacterial Conjunctivitis तक जानें इनसे कैसे बचें

5 Types of Conjunctivitis and Treatment: आपको किस प्रकार का कंजंक्टिवाइटिस है? यहां जानें कंजंक्टिवाइटिस के 5 टाइप और क्या है इसके रोकथाम का सही तरीका।

Shivangi Chauhan | Published : Jul 29, 2023 9:57 AM IST

हेल्थ डेस्क: बारिश के मौसम में आंख आने के समस्या लगातार बढ़ रही है। हर तरह जिसे देखो वही कंजंक्टिवाइटिस का शिकार हुआ पड़ा है। इसमें पहले आंखें लाल या पिंक कलर की होती है फिर यह धीरे-धीरे बढ़ने लगती है। आंख में इंफेक्शन के आजकल बड़ी तेजी से फैल रहे हैं। हमारे आंख के ऊपर एक पतला झिल्ली होता है जिसे कंजक्टाइवा कहते हैं, इसी मेम्ब्रेन में सूजन और इंफेक्शन के बाद कंजंक्टिवाइटिस कहा जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कंजंक्टिवाइटिस भी पांच प्रकार का होता है? जी हां, कंजंक्टिवाइटिस के इलाज का सबसे अच्छा तरीका इस बात पर निर्भर करता है कि पहले यह जाना जाए कि आपको किस प्रकार का कंजंक्टिवाइटिस है। यहां जानें कंजंक्टिवाइटिस के 5 टाइप और इसके इलाज।

5 types of Conjunctivitis: कंजंक्टिवाइटिस के 5 प्रकार

एलर्जिक कंजंक्टिवाइटिस: इस विशेष प्रकार का कंजंक्टिवाइटिस पराग, पालतू जानवरों की रूसी, धूल या फफूंदी सहित पर्यावरणीय एलर्जी के प्रति एलर्जी की प्रतिक्रिया के परिणामस्वरूप होता है। इस प्रकार के आई फ्लू के कारण दोनों आंखों में खुजली, लालिमा और अत्यधिक आंसू आने लगते हैं।

वायरल जंक्टिवाइटिस: इस प्रकार के जंक्टिवाइटिस के लिए एडेनोवायरस, हर्पीस सिम्प्लेक्स वायरस (एचएसवी) या वैरिसेला-ज़ोस्टर वायरस (वीजेडवी) सहित वायरस जिम्मेदार हैं। जब कोई व्यक्ति प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से वायरल रोगजनक के संपर्क में आता है, तो यह वायरल जंक्टिवाइटिस का कारण बन सकता है, जो अक्सर ऊपरी श्वसन मार्ग की बीमारी या सर्दी के साथ होता है।

बैक्टीरियल कंजंक्टिवाइटिस: यह हीमोफिलस इन्फ्लुएंजा, स्ट्रेप्टोकोकस न्यूमोनिया या स्टैफिलोकोकस ऑरियस जैसे बैक्टीरिया से फैलता है। यह एक या दोनों आंखों को प्रभावित कर सकता है और अत्यधिक संक्रामक हो सकता है।

जाइंट पैपिलरी कंजंक्टिवाइटिस: कॉन्टैक्ट लेंस या आंख में कोई अन्य बाहरी वस्तु जैसे मलबा या धूल के कण, एलर्जी प्रतिक्रिया को ट्रिगर कर सकते हैं और जाइंट पैपिलरी कंजंक्टिवाइटिस का कारण बन सकते हैं।

केमिकल और टॉक्सिक कंजंक्टिवाइटिस: यह स्विमिंग पूल में क्लोरीन या डिटर्जेंट के संपर्क में आने, धुएं या कुछ आई ड्रॉप्स के संपर्क में आने से फैलता है जो आंखों में लालिमा और परेशानी पैदा करता है।

Conjunctivitis Prevention Tips: आई इंफेक्शन को फैलने से कैसे रोकें?

बार-बार हाथ धोना: कंजंक्टिवाइटिस को फैलने से रोकने के लिए उचित और नियमित रूप से हाथ धोना सबसे प्रभावी तरीका है। 

खुद को आइसोलेट करें: यदि किसी को कंजंक्टिवाइटिस हुआ है तो तब तक दूसरों से दूर रहें जब तक कि आप संक्रमण से पूरी तरह ठीक ना हो जाएं।

आंख मलने से बचना: आंखों की सुरक्षा के लिए बार-बार उन्हें मलने से बचे ताकि इंफेक्शन और ज्यादा ना फैले। 

आंखों की सुरक्षा: कंजंक्टिवाइटिस से बचने के लिए हमेशा चश्मे पहनने पर विचार करें। 

चिकित्सक से सलाह लें: कंजंक्टिवाइटिस के लिए जल्द से जल्द मेडिकल हेल्प लें और एंटीबायोटिक का उपयोग करें।

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