भूकंप के झटकों के बीच एक काबिल-ए-तारीफ घटना जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में हुई। जहां पर हिलते ऑपरेशन थियेटर में बिना डरे डॉक्टोरों ने एक बच्चे की डिलीवरी कराई। जिसका वीडियो वायरल हो रहा है।
हेल्थ डेस्क.मंगलवार (21 मार्च) की शाम उत्तर भारत में लोगों की सांसें उस वक्त अटक गईं जब उन्होंने तेज भूकंप के झटके महसूस किए। लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल गए। वहीं, जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के एक अस्पताल में इस जलजले के बीच डॉक्टर्स अपना काम शांति से कर रहे थे। 6.5 तीव्रता से आई भूकंप की वजह से ऑपरेशन थिएटर हिल रही थी। लेकिन भगवान कहें जाने वाले डॉक्टर बच्चे की डिलीवरी कराने में जुटे थे।
भूकंप के बीच बच्चे की डिलीवरी
अनंतनाग के चीफ मेडिकल ऑफिसर घटना को साझा करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया। उन्होंने एक मिनट का वीडियो पोस्ट किया। जिसमें डॉक्टरों की टीम अपना काम करते हुए देखे जा सकते हैं। जबकि भूकंप की वजह से कमरे और उनके आसपास की हर चीज तेज झटके के कारण हिल रही थी। इतना ही नहीं कुछ सेकंड के लिए लाइट भी चली गई थी। लेकिन बिना घबराएं और उपरवालें को याद करते हुए वो लोअर-सेक्शन सिजेरियन करते हुए बच्चे की डिलीवरी कराईं।
मेडिकल ऑफिसर ने वीडियो किया पोस्ट
मेडिकल ऑफिसर ने वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा,'एसडीएच बिजबेहरा अनंतनाग में आपातकालीन एलएससीएस चल रहा था, जिस दौरान भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। एसडीएच बिजबेहरा के कर्मचारियों को धन्यवाद, जिन्होंने एलएससीएस को सुचारू रूप से संचालित किया और भगवान का शुक्र है, सब कुछ ठीक है।'
इन जगहों पर महसूस किए गए भूकंप के तेज झटके
बता दें कि मंगलवार की देर रात भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान में हिंदू कुश क्षेत्र था, लेकिन पाकिस्तान और भारत में झटके महसूस किए गए। भारत में, दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र, जम्मू और कश्मीर, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में झटके महसूस किए गए। जैसे ही भूकंप ने रिहायशी इमारत को हिलाया, भयभीत लोग खुली जगहों की तरफ भागने लगें।
earthquake ने यहां मचाई तबाही
अफगानिस्तान और पाकिस्तान में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि 100 से अधिक लोगों को पाकिस्तान के स्वात घाटी क्षेत्र के अस्पतालों में लाया गया।भारत में नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने कहा कि भूकंप स्थानीय समयानुसार रात 10.17.27 बजे आया और भूकंप का केंद्र उत्तरी अफगानिस्तान में फैजाबाद के दक्षिण पूर्व में 133 किमी दक्षिण था।