
हेल्थ डेस्क: क्रेविंग मिटाने के लिए अक्सर लोग ऐसे फूड बनाना पसंद करते हैं जिसे कुछ ही समय में तैयार किया जा सके। इन्हीं में से एक है मैगी। बच्चों से लगाकर बूढ़ों तक की पसंदीदा मैगी लगभग हर घर में बनती है। मैगी या इसी तरह के इंस्टेंट नूडल्स खाने में आसान, स्वादिष्ट और झटपट तैयार होने वाले होते हैं, लेकिन इनका नियमित सेवन शरीर के लिए नुकसानदेह हो सकता है।
ब्लड प्रेशर बढ़ने का ख़तरा। मैगी में सोडियम की मात्रा बहुत ज़्यादा होती है, जो हाई ब्लड प्रेशर (Hypertension) और दिल की बीमारी का बड़ा कारण बन सकता है। ज़्यादा नमक खाने से किडनी पर भी ज़ोर पड़ता है।
अपच और एसिडिटी। मैगी बहुत प्रोसेस्ड (Highly Processed) खाना है, इसलिए इसे पचने में समय लगता है। इसमें मौजूद मैदा और प्रिज़र्वेटिव पाचन तंत्र के लिए अच्छे नहीं होते और एसिडिटी बढ़ाते हैं।
ज़्यादा कैलोरी और ट्रांस फैट। मैगी में सैचुरेटेड और ट्रांस फैट (Harmful Fats) होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल बढ़ाकर मोटापा और दिल की बीमारियों का कारण बन सकते हैं। लगातार मैगी खाने से वज़न तेज़ी से बढ़ सकता है।
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सेहत के लिए हानिकारक। इसमें MSG (Monosodium Glutamate) नाम का तत्व होता है, जो स्वाद बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। कुछ लोगों को इससे सिरदर्द, थकान, उल्टी या एलर्जी हो सकती है।
शरीर को ज़रूरी तत्व नहीं मिलते। मैगी में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और मिनरल्स की कमी होती है। इससे नियमित रूप से खाने पर कमज़ोर शरीर, थकान और रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो सकती है।
शौक के तौर पर कभी-कभार मैगी खाना ठीक है, लेकिन रोज़ाना या लगातार खाने से सेहत पर बुरा असर हो सकता है। इसलिए ज़्यादा से ज़्यादा घर का और पौष्टिक खाना खाने पर ध्यान देना चाहिए।
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