आप भी खाते हैं ढेर सारे पुदीने की चटनी, तो हो जाए सावधान!  मर्दों के बाप बनने को और मुश्किल कर सकता है ये हर्ब्स

Published : May 18, 2023, 12:29 PM ISTUpdated : May 18, 2023, 12:32 PM IST
how mint can affect males testosterone

सार

Side effect of mint for males: क्या आप भी पुदीने की चटनी से लेकर शिकंजी तक इसका खूब सेवन करते हैं, तो जरा सावधान हो जाइए क्योंकि यह छोटा सा हर्ब्स मेल इनफर्टिलिटी को बढ़ा सकता है।

हेल्थ डेस्क: वह कहावत तो आपने सुनी होगी कि अति सर्वत्र वर्जित यानी कि अति हर चीज की नुकसानदायक होती है, फिर चाहे वह सेहत के लिए फायदेमंद पुदीना ही क्यों ना हो, जो गर्मियों में खूब इस्तेमाल किया जाता है और हमारे शरीर को ठंडक देता है। लेकिन अगर आप इसका ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो यह पुरुषों के स्पर्म काउंट को इफेक्ट कर सकता है और इतना ही नहीं मेल इन्फर्टिलिटी को भी बढ़ा सकता है, तो आइए हम आपको बताते हैं पुदीना से होने वाले नुकसान के बारे में...

क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स

इस बात का कोई वैज्ञानिक प्रमाण तो नहीं है कि पुदीना विशेष रूप से पुरुषों के लिए हानिकारक है। लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि पुदीना या स्पीयरमिंट का ज्यादा इस्तेमाल करने से पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का लेवल बिगड़ सकता है, जिससे मेल इन्फर्टिलिटी, स्पर्म काउंट की क्वालिटी खराब होना आदि समस्याएं हो सकती हैं। हालांकि, सीमित मात्रा में इसका सेवन करना फायदेमंद होता है।

पुदीना के नुकसान

गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल प्रॉब्लम

पुदीना कभी-कभी गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (GRD) वाले लोगों में पेट की परेशानी, सूजन या गैस समस्या भी पैदा कर सकता है।

एलर्जी

टकसाल एलर्जी कम होती होती है, लेकिन हो सकती है। इससे कुछ व्यक्तियों को त्वचा पर चकत्ते, पित्ती, खुजली या सूजन जैसी एलर्जी हो सकती है। यदि आपको पुदीने का सेवन करने या उसके संपर्क में आने के बाद इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दें, तो सलाह दी जाती है कि इसका उपयोग बंद कर दें।

दवाओं के साथ इंटरेक्शन

मिंट कुछ दवाओं के साथ इंटरेक्शन कर सकता है, जैसे कि एंटासिड या दवाएं जो पेट के एसिड को कम करती हैं। यह इन दवाओं के प्रभाव को प्रभावित कर सकता है। यदि आप कोई दवा ले रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से पूछकर ही इसका सेवन करें।

हार्मोनल प्रभाव

जैसा कि पहले हमने बताया है कि कुछ रिसर्च बताती हैं कि स्पीयरमिंट एक्सट्रैक्ट में एंटी-एंड्रोजेनिक गुण हो सकते हैं, जो संभावित रूप से हार्मोन के स्तर को प्रभावित करते हैं।

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