मसाले के रूप में लौंग का उपयोग व्यंजनों में किया जाता है। हम अक्सर खाना पकाने में एक महत्वपूर्ण घटक के रूप में लौंग का उपयोग करते हैं, लेकिन इसके औषधीय महत्व के बारे में नहीं सोचते हैं। लौंग के पत्ते, कलियाँ, छाल और जड़ सभी औषधीय गुणों वाले होते हैं।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर लौंग में एंटीमाइक्रोबियल और एंटीफंगल गुण भी होते हैं। लौंग न केवल खोपड़ी की सूजन को नियंत्रित करती है, बल्कि बालों के विकास को भी बढ़ावा देती है। लौंग खोपड़ी की जलन और खुजली को कम करती है। ऑक्सीडेटिव तनाव से सुरक्षा प्रदान करती है और यह रक्त परिसंचरण में भी सुधार करती है।
2 कप उबलते पानी में दो बड़े चम्मच लौंग डालें। पाँच या छह मिनट तक अच्छी तरह उबालें। फिर इसे तीन-चार घंटे ठंडा होने के लिए रख दें। ठंडा होने के बाद इस लौंग के पानी से सिर को अच्छी तरह धो लें। हफ्ते में दो या तीन बार ऐसा करें।
लौंग के अन्य लाभ
एंटी माइक्रोबियल गुणों वाली लौंग खाने से दांतों की समस्याओं को दूर करने में मदद मिलती है। इससे मुंह में मौजूद सूक्ष्मजीवों के कारण होने वाली समस्याओं का समाधान किया जा सकता है। इसके साथ ही मसूड़ों की सूजन और दर्द से भी राहत मिलती है।
रोजाना भोजन में लौंग को शामिल करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसका एंटी वायरल गुण शरीर को प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करता है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में भी सक्षम है।
पेट की समस्याओं के लिए लौंग एक अच्छा उपाय है। इसमें मौजूद पोषक तत्व पाचन में सुधार करते हैं और आंत के स्वास्थ्य की रक्षा करते हैं।