
Managing Anxiety New COVID-19 Variants: भारत में कोविड-19 के मामलों में एक बार फिर से वृद्धि देखी जा रही है, जिसमें दो नए वेरिएंट्स NB.1.8.1 और LF.7 की पहचान हुई है। तमिलनाडु और गुजरात में इन वेरिएंट्स के मामले सामने आए हैं, और अन्य राज्यों जैसे केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक, और दिल्ली में भी संक्रमण के मामलों में इजाफा हुआ है। हालांकि, सरकार ने स्थिति को तत्काल खतरे के रूप में नहीं माना है, लेकिन नए वेरिएंट्स की उपस्थिति ने जनता के बीच चिंता और तनाव को बढ़ा दिया है।
NB.1.8.1: यह JN.1 वेरिएंट का उप-प्रकार है, जिसमें स्पाइक प्रोटीन में A435S, V445H, और T478I जैसे म्यूटेशन पाए गए हैं, जो इसकी संक्रामकता और प्रतिरक्षा प्रणाली से बचने की क्षमता को बढ़ा सकते हैं।
LF.7: यह भी JN.1 वेरिएंट से संबंधित एक उप-प्रकार है, जिसकी पहचान गुजरात में हुई है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इन दोनों वेरिएंट्स को Variants Under Monitoring की श्रेणी में रखा है, जिसका अर्थ है कि इन पर निगरानी रखी जा रही है, लेकिन फिलहाल इन्हें Variants of Concern नहीं माना गया है।
एक्टिव मामले: 26 मई 2025 तक, भारत में सक्रिय कोविड-19 मामलों की संख्या 1,009 है।
प्रभावित राज्य: तमिलनाडु, गुजरात, केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक, और दिल्ली में नए मामलों की रिपोर्टिंग हुई है।
लक्षण: अधिकांश मामलों में हल्के लक्षण जैसे बुखार, खांसी, और गले में खराश देखी गई है, और अधिकांश मरीज घर पर ही ठीक हो रहे हैं।
नए वेरिएंट्स और बढ़ते मामलों की खबरें मानसिक तनाव और चिंता का कारण बन सकती हैं। यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं जो आपकी मानसिक सेहत को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।
सूचना का सीमित सेवन: समाचारों और सोशल मीडिया से अत्यधिक जानकारी लेने से बचें; दिन में एक या दो बार विश्वसनीय स्रोतों से अपडेट प्राप्त करें।
हेल्दी लाइफस्टाइल: नियमित व्यायाम, संतुलित आहार, और पर्याप्त नींद को प्राथमिकता दें।
ध्यान और योग: ध्यान, प्राणायाम, और योग जैसी तकनीकों का अभ्यास करें जो तनाव को कम करने में सहायक हैं।
सामाजिक संपर्क: परिवार और दोस्तों से जुड़े रहें; उनसे बात करना मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है।
प्रोफेशनल हेल्प: यदि चिंता या तनाव अधिक हो रहा है, तो मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श लें।