
Womens Health: हर साल 28 मई को इंटरनेशनल डे ऑफ एक्शन फॉर वुमन हेल्थ डे (International Day of Action for Womens Health) मनाया जाता है। खास दिन को मनाने का उद्देश्य महिलाओं के बीच हेल्थ अवेयरनेस फैलाना है। आइए जानते हैं महिलाओं में किन बीमारियों के लक्षण दिखने पर सावधान होने की जरूरत होती है।
पेट में दर्द, थकान का एहसास, अचानक से वेट लॉस होना, वॉमिटिंग आदि लिवर कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। अगर महिलाओं को ये लक्षण दिखें तुरंत सावधान हो जाना चाहिए।
ब्रेस्ट कैंसर के कारण स्तन में गांठ बनती है और स्तन में सूजन महसूस होने लगती है। ब्रेस्ट की हर गांठ कैंसर नहीं होती है लेकिन अगर किसी भी महिला को गांठ महसूस हो तो उसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। 50 साल के बाद महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा अधिक बढ़ जाता है।
हॉर्मोनल डिसऑर्डर के कारण महिलाओं में पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम हो जाता है। इस कारण से महिलाओं को थकावट महसूस होती है और समय पर पीरिड्स भी नहीं आते हैं। अगर लंबे समय तक पीसीओएस पर ध्यान न दिया जाए तो शरीर में गंभीर समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं।
महिलाओं में तेजी से डायबिटीज की समस्या भी बढ़ रही है। प्रेग्नेंसी के दौरान डायबिटीज होने पर अधिक समस्या का सामना करना पड़ता है। अगर बार-बार यूरिन जाना पड़ रहा है या फिर प्यास लगती है तो तुरंत डॉक्टर से टेस्ट कराना चाहिए।
महिलाओं में यूरीनरी ट्रेक इंफेक्शन के कारण किडनी खराब होने की समस्या पैदा होती है। पेशाब के दौरान जलन पैदा हो या फिर पेट के निचले हिस्से में दर्द हो तो गायनोकॉलॉजिस्ट से मिलना चाहिए। समय पर ट्रीटमेंट कराने से बड़ी समस्या से बचा जा सकता है।
अगर उपरोक्त दी गई बीमारियों के लक्षण महिलाओं को दिखें तो बिना देरी किए डॉक्टर को दिखाएं और इलाज कराएं। ऐसा करने से समय पर बीमारी का इलाज हो जाएगा और बड़ा खतरा भी टल जाएगा।