
Huntingtons Disease: हंटिंगटन रोग ब्रेन यानी कि दिमाग का डिसऑर्डर है जो की मूवमेंट्स में बदलाव लाता है। साथ ही व्यक्ति को इमोशनल प्रॉब्लम के साथ सोचने की शक्ति भी प्रभावित होती है। बीमारी के लक्षण आमतौर पर 30 या 40 की उम्र में दिखाई देते हैं। हंटिंगटन अवेयरनेस डे के मौके पर जानते हैं आखिर व्यक्ति में हंटिंगटन डिसीज होने पर जानिए क्या लक्षण दिखाई पड़ते हैं।
हंटिंगटन बीमारी होने पर व्यक्ति की समझ और गतिविधि बदल जाती है। बच्चों में भी इस बीमारी के लक्षण देखे जाते हैं। हंटिंगटन बीमारी रेयर कंडीशन है। जानिए हंटिंगटन बीमारी के लक्षण के बारे में।
बीमारी विकसित होने के करीब 15 से 20 साल तक वयस्क व्यक्ति जिंदा रहता है। वहीं 30 प्रतिशत से 50 प्रतिशत बच्चों में दौरे पड़ते हैं।हंटिंगटन डिसीज की जुविनाइल फॉर्म बचपन या फिर किशोरावस्था में देखने को मिलता है। जुविनाइल हंटिंगटन डिसीज एडल्ट की तुलना में अधिक तेजी से विकसित होता है।
HTT जीन में भिन्नताएं या म्यूटेशन के कारण हंटिंगटन रोग होता है। HTT जीन ही हंटिंग्टिन प्रोटीन शरीर में बनाने का इंट्रक्शन देता है। ये प्रोटीन दिमाग की नर्व सेल्स में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लम्बे प्रोटीन छोटे के सात ही टॉक्सिक पार्टिकल्स में टूटकर न्यूरॉन्समें जमा हो जाते हैं। इस कारण से दिमाग के न्यूरॉन्स शिथिल ड़ दजाते हैं।
हंटिंगटन बीमारी लोगों को विरासत में मिलती है। प्रत्येक कोशिकाओं में परिवर्तन के कारण जीन की एक प्रति में भी डिसऑर्डर पैदा करने की क्षमता होती है। प्रभावित व्यक्ति को यह जीन प्रभावित माता-पिता से मिलता है। रेयर केस में हंटिंगटन बीमारी से पीड़ित व्यक्ति के माता-पिता में ये डिसऑर्डर नहीं होता है।