आंखों से आंसू निकलना ना सिर्फ आपको इमोशनली हेल्प करता है। बल्कि कुछ बीमारियों भी दूर रखता है। जिसमें एक डिप्रेशन हैं। नए रिसर्च में ड्राई आई सिंड्रोम और डिप्रेशन के बीच कनेक्शन पाया गया है। आइए जानते है इसके बारे में विस्तार से।
हेल्थ डेस्क. आंसू को अक्सर कमजोरी की निशानी मान लिया जाता है। लेकिन आंसू आना कितना जरूरी है ये हाल में आए एक रिपोर्ट में सामने आया है। अगर आंखों से आँसू आना बंद हो जाता है तो इसे ड्राई आई डीजिज (Dry Eye disease) कहा जाता है। इसका कनेक्शन डिप्रेशन (Depression) से जुड़ा है। पढ़कर हैरान हो गए ना कि डीआईडी का कनेक्शन इससे कैसे जुड़ सकता है। तो चलिए बताते हैं हाल में हुए स्टडी में क्या सामने आया है।
नई स्टडी से पता चला है कि ड्राई आई डीजिज (DED) और डिप्रेशन के बीच मजबूत संबंध है। डीईडी तब होता है जब कॉर्निया को कवर करने वाले पर्याप्त आंसू नहीं होते हैं, या जब आंसू बहुत जल्दी वाष्पित हो जाते हैं। यह अनुमान लगाया गया है कि ग्लोबल लेबल पर 5% से 50% लोगों को यह बीमारी है। जिसमें 16 मिलियन से ज्यादा अमेरिकी हैं। सऊदी अरब के शोधकर्ताओं की ओर से किए गए हालिया स्टडी में पाया गया कि सर्वेक्षण में शामिल 401 लोगों में से 36.7% डीईडी से पीड़ित थे, और 23.7% अवसाद, तनाव या चिंता से पीड़ित थे।
डीआईडी और डिप्रेशन के लक्षणों का हो रहा खुलासा
पिछले अध्ययनों ने अवसाद और डीईडी के बीच संबंध स्थापित किया है, लेकिन रोगियों के लक्षणों की बारीकियां अब स्पष्ट होती जा रही हैं। जिन रोगियों में डिप्रेशन को डायग्नोस किया गया उनमें डीईडी की अधिक गंभीर लक्षण दिखाई देते हैं। जो उन्हें इमोशनली परेशान कर सकते हैं। डिप्रेशन एक मल्टी सिस्टम कंडिशन हैं जो शरीर के कई सिस्टम्स को प्रभावित कर सकती है। उनके सामानय कामकाज को बाधित कर सकती है।
डिप्रेशन के लक्षण हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं। अगर यह दो सप्ताह या उससे अधिक समय तक रहता है तो ये लक्षण नजर आ सकते हैं।
उदासी, आप जो करना पसंद करते हैं उसमें रुची या खुशी खोना
बहुत अधिक या बहुत कम खाना
अपराधबोध या बेकार की भावना
अन्य लोग जो आपको नोटिस करते हैं वे या तो बेचैन या सुस्त दिखाई देते हैं
सोचने या निर्णय लेने में कठिनाई
मानसिक ध्यान की कमी
आत्महत्या या मृत्यु के बारे में सोचना
और नींद में खलल पड़ना।
ड्राई आई के लक्षण
सूखी आंख आपकी आंखों में एक किरकिरा या खरोंच महसूस कर सकती है
आपकी आंखों में सनसनी महसूस होना
जलन या चुभना
लाल आंखें
धुंधली दृष्टि
हल्की संवेदनशीलता हो सकती है।
डिप्रेशन और डीआईडी के कनेक्शन की क्या है वजह
अवसाद और डीईडी को जोड़ने वाली सटीक क्रियाविधि पूरी तरह से स्थापित नहीं हुई है, लेकिन शरीर में सूजन एक प्रमुख कारण हो सकता है। शोधकर्ताओं का मानना है कि SSRIs - एंटीडिप्रेसेंट जो आपके सिस्टम में सेरोटोनिन को बढ़ाते हैं और अवसाद के लक्षणों को कम करते हैं । सूजन को भी बढ़ा सकते हैं, जिससे DED के लक्षण बिगड़ सकते हैं। इसके अलावा लाइफस्टाइल भी अहम वजह हो सकती है।
सूखी आंख को आप बिना दवा के ऐसे ठीक कर सकते हैं
आंखों की गर्म सिकाई
ओमेगा फैटी एसिड-न केवल सूखी आंखों बल्कि मूड के साथ भी मदद कर सकता है।
ब्लिंकिंग एक्सरसाइज आपकी आंखों की सतह को लुब्रिकेट करने में मदद कर सकते हैं।
एक्यूपंक्चर जरिए।
हेल्दी संतुलित डाइट से भी तनाव को कम कर सकते हैं।
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