वर्कआउट को भी नहीं छोड़ा
श्वेता का फिटनेस रूटीन बहुत ही अच्छा था। उन्होंने वर्कआउट को अपनी ज़िंदगी का हिस्सा बना लिया। उनके रूटीन में शामिल थे:
-स्ट्रेंथ ट्रेनिंग (मसल्स बनाने और फैट बर्न के लिए)
-कार्डियो (जैसे जॉगिंग, ब्रिस्क वॉक)
-योगा (तनाव कम करने और लचीलापन बढ़ाने के लिए)
उनके ट्रेनर ने वर्कआउट उनकी लाइफस्टाइल और ज़रूरतों के हिसाब से कस्टमाइज़ किया, जिससे कोई चोट या ओवरट्रेनिंग न हो।