हिंसक और डरावनी फिल्मों पर हुए एक अध्ययन के अनुसार, ऐसी फिल्में देखने से कई तरह की भावनाएं पैदा होती हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि हिंसक फिल्में देखने से चिंता, तनाव, मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं, गुस्सा और बोलने के तरीके में भी बदलाव आ सकते हैं।