
How to Identify Types of Dark Circles: आंखों के नीचे काले घेरे आजकल एक आम समस्या बन गए हैं। ज़्यादातर लोग इन्हें नींद की कमी से जोड़ते हैं। हालांकि, इसके पीछे और भी कई कारण हो सकते हैं। पोषण विशेषज्ञ सलोनी ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में, वह बताती हैं कि कभी-कभी काले घेरे किसी अंदरूनी समस्या का संकेत भी हो सकते हैं। सीधे शब्दों में कहें तो, कुछ लोगों की आंखों के नीचे नीले घेरे होते हैं, जबकि कुछ लोगों के गहरे भूरे घेरे होते हैं। ये अलग-अलग रंग अलग-अलग संकेतों की ओर इशारा करते हैं। आइए इसे समझते हैं-
एक पोषण विशेषज्ञ बताती हैं कि आंखों के नीचे नीले या बैंगनी घेरे आयरन की कमी का संकेत हो सकते हैं। इससे निपटने के लिए, पालक, अनार, दाल और चुकंदर जैसे आयरन युक्त खाद्य पदार्थ खाएं। साथ ही, आयरन के बेहतर अवशोषण के लिए विटामिन C का सेवन करें। हल्की मालिश और कैफीन युक्त आई क्रीम भी मददगार होती हैं।
गहरे भूरे रंग के घेरे आमतौर पर पिगमेंटेशन के कारण होते हैं। इससे बचने के लिए, रोज़ाना सनस्क्रीन लगाना जरूरी है। विटामिन सी, नियासिनमाइड और कोजिक एसिड जैसे स्किन को साइनिंग बनाने वाले तत्व फायदेमंद होते हैं। रेटिनॉल या AHA (अल्फ़ा हाइड्रॉक्सी एसिड) का इस्तेमाल एक्सफ़ोलिएशन के लिए किया जा सकता है।
कभी-कभी, पतली त्वचा या खराब रक्त संचार के कारण काले घेरे नीले या बैंगनी दिखाई देते हैं। विटामिन K और हयालूरोनिक एसिड युक्त क्रीम लगाना फायदेमंद होता है। आंखों पर ठंडे टी बैग रखने से भी सूजन और कालापन कम हो सकता है। बेहतर परिणामों के लिए, सोया, अंडे और मेवे जैसे कोलेजन बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
अगर आपकी आंखें सूजी हुई और भारी महसूस होती हैं, तो यह ज़्यादा नमक, अल्कोहल या पानी के जमाव के कारण हो सकता है। अपने आहार में नमक और अल्कोहल कम करें। आंखों पर ठंडी सिकाई या खीरे के स्लाइस लगाने से सूजन जल्दी कम हो सकती है। सिर को थोड़ा ऊपर उठाकर सोना भी एक अच्छा उपाय है।
इसके अलावा, कुछ लोगों को आंखों के नीचे काले घेरे भी दिखाई देते हैं। यह कोलेजन की कमी के कारण हो सकता है। रेटिनॉल, विटामिन सी और विटामिन ई युक्त क्रीम का इस्तेमाल करें। पोषण विशेषज्ञ भी आपके आहार में प्रोटीन और कोलेजन सप्लीमेंट शामिल करने की सलाह देते हैं।
न्यूट्रिशनिस्ट स्पेशलिस्ट सोनम कहती हैं कि काले घेरों को हल्के में नहीं लेना चाहिए। ये न्यूट्रिशनिस्ट संबंधी कमियों, लाइफस्टाइल और स्किन के हेल्दी होने का संकेत देते हैं। सही आहार, स्किन की देखभाल और स्वस्थ आदतों से इन्हें काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।