Sun Poisoning का शिकार बन रहीं महिलाएं, जान लें 5 लक्षण और रोकने के तरीके

Published : Jun 26, 2024, 11:13 AM IST
Sun Poisoning

सार

Sun Poisoning During Holiday: सन पॉइज़निंग एक गंभीर स्थिति है जो आमतौर पर सूरज से आने वाली पराबैंगनी विकिरण के लंबे समय तक संपर्क में रहने से होती है। यह सिर्फ़ हल्का सनबर्न नहीं है और यह फफोले, सूजन, लालिमा और दर्द जैसे गंभीर लक्षण पैदा करता है।

हेल्थ डेस्क : ग्रैन कैनरिया में अपनी छुट्टियों के दौरान एक महिला को सन पॉइज़निंग हो गई। जी हां, TikTok पर अपनी छुट्टियों के बारे में बात करते हुए महिला @llioeriin ने बताया कि उनको UV रेडिएशन के बहुत बुरे इफेक्ट का सामना करना पड़ा। Mirror.co.uk की एक रिपोर्ट के अनुसार महिला ने फ़ोटो और वीडियो शेयर किया है, जिसमें सूरज के प्रति उनकी गंभीर हालत को दिखाया गया है। जिसकी शुरुआत उनके माथे की सूजन से हुई लेकिन अगली सुबह हालत गंभीर होने लगी। अब आंखों में सूजन और शरीर की पूरी स्किन जलने लगी है। इसको देखते हुए उन्होंने सन पॉइज़निंग के बारे में चेतावनी जारी करते हुए सनक्रीम लगाने पर जोर दिया है।

सन पॉइज़निंग क्या है?

सन पॉइज़निंग एक गंभीर स्थिति है जो आमतौर पर सूरज से आने वाली पराबैंगनी (UV) विकिरण के लंबे समय तक संपर्क में रहने से होती है। यह सिर्फ़ हल्का सनबर्न नहीं है और यह फफोले, सूजन, लालिमा और दर्द जैसे गंभीर लक्षण पैदा करता है। इस स्थिति में सिरदर्द, बुखार, मतली और चक्कर आना भी हो सकता है, जो UV किरणों के प्रति अधिक गंभीर प्रतिक्रिया का संकेत देता है।

सन पॉइजनिंग से स्किन कैंसर का खतरा

यह स्थिति तब विकसित होती है जब त्वचा UV विकिरण के लिए सेंसटिव होती है जो त्वचा की गहरी परतों को नुकसान पहुंचाती है। जिन लोगों की त्वचा गोरी होती है और जिनकी त्वचा में मेलेनिन कम होता है, उन्हें इस स्थिति से पीड़ित होने का ज्यादा जोखिम होता है। सन पॉइजनिंग के गंभीर मामलों को कम करने और संक्रमण या हाइड्रेशन को रोकने के लिए ध्यान देने की आवश्यकता होती है। बार-बार सन पॉइज़निंग के लंबा प्रभाव से त्वचा कैंसर और त्वचा की समय से पहले उम्र बढ़ने का जोखिम बढ़ता है।

सन पॉइजनिंग के लक्षण

  • सन पॉइजनिंग में छाले, गंभीर दर्द, सूजन और बुखार शामिल हो सकता है।
  • छाले सेकंड डिग्री की जलन का संकेत देते हैं। जिससे डिहाइड्रेशन, फ्लुएड का लॉक और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी होती है।
  • स्किन इंफेक्शन
  • सिरदर्द, मतली और उल्टी
  • बुखार या ठंड लगना
  • सन डैमेज से त्वचा में परिवर्तन होता जो कि सनबर्न के बाद भी रहते हैं।

सन पॉइजनिंग को रोकने के तरीके

  1. सन पॉइजनिंग को रोकने के सबसे महत्वपूर्ण तरीकों में से एक नियमित रूप से सनस्क्रीन लगाना है।
  2. चौड़े किनारे वाली टोपी, हल्की लंबी आस्तीन वाली शर्ट और लंबी पैंट पहनें
  3. बाहर रहते समय छाया में रहें
  4. एक ब्रॉड-स्पेक्ट्रम सनस्क्रीन का उपयोग करें, जो UVA और UVB दोनों तरह के प्रकाश से बचाता है
  5. 30 या उससे अधिक के सन प्रोटेक्शन फैक्टर (SPF) वाला सनस्क्रीन चुनें
  6. बाहर जाने से कम से कम 15 मिनट पहले सनस्क्रीन लगाएं
  7. हर दो घंटे में सनस्क्रीन दोबारा लगाएं
  8. आंखों की सुरक्षा के लिए धूप का चश्मा पहनें
  9. एक लिप बाम का उपयोग करें जिसका SPF 30 या उससे अधिक हो
  10. जब UV इंडेक्स सबसे अधिक हो तो घर के अंदर रहें
  11. इनडोर टैनिंग बेड का उपयोग करने से बचें

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