
गुरु पूर्णिमा, हर शिष्य के लिए वो दिन होता है जब वह अपने गुरु को दिल से धन्यवाद कह सके। कोई शब्द, कोई तोहफा उस आशीर्वाद और ज्ञान के बराबर नहीं हो सकता, जो गुरु हमें देते हैं। लेकिन, कुछ प्यारे दोहे और शायरी जरूर उन्हें ये एहसास दिला सकते हैं कि उनकी दी गई सीख हमारे लिए कितनी कीमती है। यहां हम लाए हैं 20+ शानदार शायरी और दोहे, जो आप WhatsApp, Facebook, Instagram पर भेजकर अपने गुरु को नमन कर सकते हैं।
1. गुरु का ज्ञान कभी खोता नहीं,
वो दिया है जो कभी बुझता नहीं।
जिसे मिल जाए सच्चे गुरु की छांव,
उसका जीवन कभी सूना नहीं।
2. पग-पग पर जो राह दिखाए,
हर अंधेरे में दीप जलाए।
वो हैं हमारे जीवन के सितारे,
गुरु बिना क्या अर्थ हमारे।
3. किस्मत वाले हैं वो लोग,
जिन्हें गुरु का साथ मिले।
वरना ये जीवन भी क्या,
जो बिना ज्ञान के ढल जाए।
4. गुरु ज्ञान का सागर है,
जीवन का आधार है।
जिसे गुरु का मिल जाए साथ,
समझो उसका उद्धार है।
5. गुरु का आशीष सर पर रहे,
हर राह आसान हो जाए।
जहां भी रखो कदम,
मंजिल वहीं का नाम हो जाए।
6. गुरु गोविंद दोऊ खड़े,
काके लागूं पाय।
बलिहारी गुरु आपनो,
गोविंद दियो बताय।।
7. गुरु बिना ज्ञान नहीं,
ज्ञान बिना उद्धार।
मिटे अज्ञान अंधकार।।
8. धन्य हुआ जीवन मेरा,
जब पाया मैंने गुरु।
ज्ञान, शांति, भक्ति से,
बना दिया मुझे रु।।
9. गुरु कृपा जो हो जाए,
जीवन सफल हो जाए।
हर मुश्किल आसान लगे,
जब साथ गुरु का हो जाए।।
10. गुरु है तो राहें हैं,
गुरु है तो मंजिल है।
गुरु बिना जीवन में,
न रौशनी न महफिल है।।
11. जिसने दिखाया हर राह मुझे,
जिसने किया हर मुश्किल आसान।
वो हैं मेरे जीवन के भगवान,
मेरे प्यारे गुरु महान।।
12. गुरु की ममता, गुरु का प्यार, सबसे बड़ा है उनका उपकार।
सदा चरणों में रहे शीश हमारा, यही है सबसे बड़ा उपहार।।
13. किताबों में जो न लिखा हो,
वो भी गुरु सिखा देते हैं।
जीवन के हर मुश्किल रस्ते को,
वो फूलों सा बना देते हैं।।
14. गुरु का आशीर्वाद जब सिर पर होता है,
तो हर रास्ता खुद-ब-खुद आसान होता है।
धन्य हो वो शिष्य, जिसे गुरु का साया मिले,
हर जन्म में गुरु जैसा भगवान मिले।।
15. दुनिया के हर रिश्ते में कुछ ना कुछ कमी रहती है,
पर गुरु-शिष्य का रिश्ता सबसे पाक और सच्चा होता है।।
16. सर झुकाकर कहती हूं गुरु चरणों में प्रणाम,
आपने सिखाया जीवन जीने का सही मुकाम।।
17. गुरु से ही मिलता है असली ज्ञान,
गुरु ही बनाते हैं इंसान महान।।
18. गुरु का हाथ सिर पर हो जहां,
वहां हर मंजिल आसान हो वहां।।
19. गुरु वो दीपक हैं जो खुद जलते हैं,
पर दूसरों की राहें रोशन कर देते हैं।।
20. गुरु के बिना सब अधूरा है,
गुरु ही जीवन का सारा नूर है।।
21. गुरु हैं तो अंधेरे भी रौशनी बन जाते हैं,
गुरु हैं तो कांटे भी फूल बन जाते हैं।।
22. गुरु बिना कोई ज्ञान ना पाए,
गुरु बिना कोई पार ना पाए।।