Citric Acid for Pooja Items Cleaning: करवा चौथ और दिवाली आने वाली है और इस ओकेजन पर कुछ हो न हो, पूजा रूम और वहां रखे बर्तनों की सफाई तो जरूरी है। ऐसे में इस बार नींबू या पितांबरी नहीं हम लाए हैं एक खास पानी जो चमकाएगी तांबे-पीतल के बर्तन।
त्यौहारों के समय घर की साफ-सफाई और सजावट के साथ पूजा के बर्तनों की चमक भी बहुत जरूरी है। पीतल, कांसा या तांबा का बर्तन रेगुलर यूज और खटाई से साफ न होने के कारण, समय के साथ उन पर कालेपन और दाग-धब्बे जम जाते हैं, जिससे उनकी रौनक फीकी पड़ जाती है। ऐसे में महिलाएं अक्सर महंगे केमिकल क्लीनर या बाजार के पाउडर से बर्तनों की सफाई करती हैं। बाजार में मिलने वाले क्लीनिंग एजेंट महंगे और उतने असरदार नहीं होते हैं। ऐसे में हम आपके लिए एक खास चीज लाए हैं, जिससे सिर्फ 15 मिनट में पूजा के बर्तन चमक जाएंगे। किचन की एक सिंपल ट्रिक से इन बर्तनों को नई जैसी चमक दे सकती हैं। इसका राज है साइट्रिक एसिड, जो बिल्कुल सुरक्षित और असरदार क्लीनिंग एजेंट है।
तांबे-पीतल के बर्तनों को साफ करने वाली जादुई पानी की सामग्री
साइट्रिक एसिड
नमक
गर्म पानी (चिपचिपेपन को हटाने के लिए)
स्क्रबर
डिश वॉश बार या जेल
तांबे, पीतल और कांसे के बर्तन चमकाने के नए ट्रिक
सबसे पहले एक बड़े बर्तन में गुनगुना पानी लें और उसमें दो से तीन चम्मच साइट्रिक एसिड और एक चम्मच नमक डालकर अच्छे से घोल लें।
जब यह मिश्रण पूरी तरह घुल जाए तो पूजा के पीतल, कांसे और तांबे के बर्तनों को इसमें डाल दें।
बर्तनों को लगभग 15 मिनट तक इस पानी में डुबोकर छोड़ दें।
इस दौरान साइट्रिक एसिड और नमक के नेचुरल गुण बर्तनों पर जमी मैल और कालेपन को साफ कर देगी।
15 मिनट बाद बर्तनों को बाहर निकालें और साधारण डिश वॉश बार या साबुन से हल्के हाथों से रगड़कर साफ कर लें।
साइट्रिक एसिड एक नैचुरल क्लीनिंग एजेंट है, जो खासकर तांबा, पीतल और कांसे जैसे धातुओं पर जमी जिद्दी गंदगी और ऑक्साइड की परत को हटाने में मदद करता है।
वहीं, नमक इसमें स्क्रब की तरह काम करता है, जिसे बर्तनों पर हल्के से रगड़ने पर ही गहरी सफाई हो जाती है।
पूनम देवनानी का यह देसी नुस्खा बिल्कुल सेफ है और बर्तनों को नुकसान भी नहीं पहुंचाता, वहीं मार्केट के केमिकल क्लीनर कई बार बर्तनों को तुरंत साफ तो कर देते हैं, लेकिन उनकी सतह को खराब कर देते हैं, जिससे बर्तन कुछ ही समय में काले पड़ जाते हैं।