
How to identify zari work: फेस्टिव सीजन में साड़ी-लहंगे की डिमांड बढ़ जाती है। हर जगह रंग-बिरंगे बॉर्डर वाले आउटफिट अलग से दिखाई देते हैं। त्योहारों में जरी वर्क सलवार सूट और साड़ी खूब पसंद की जाती है, लेकिन समय के साथ मार्केट में असली जरी कढ़ाई के नाम पर लोगों को बेवकूफ बना दिया जाता है। ऐसे में असली के पैसे देकर लोग नकली चीज खरीद लेते हैं। आइए जानते हैं कि असली जरी की पहचान आप कैसे कर सकते हैं।
जरी का मतलब, गोल्ड-सिल्वर के धागों से हैं। इन्हें रेशमी धागे पर तांबा चढ़ाकर तैयार किया जाता है। इसके बाद 15% से 92% तक की चांदी लपेटी जाती है। आखिर में गोल्ड की परत चढ़ाकर ये बनकर तैयार होती है। जरी, खास वजन, मुलायम और गहरी चमक के लिए जानी जाती है।
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ध्यान देने वाली बात- जरी की साड़ियां अक्सर बहुत महंगी होती है। ऐसे में अगर आप भी इस फेस्टिव सीजन ट्रेडिशनल जरी साड़ी खरीदने की सोच रही हैं तो दुकान वाले से असली जरी का सर्टिफिकेट जरूर लें।
साड़ी वर्क की साड़ियों सोने-चांदी की धागों पर बनकर तैयार होती है। ऐसे में इसकी कीमत हजारों से लेकर लाखों तक जाती है।
जरी को आसानी से पहचानने लिए घर पर बर्न टेस्ट किया जा सकता है। साड़ी के एक धागे को जलाकर देखें, अगर वो राख सा है तो असली है, जबकि प्लास्टिक दिख रहा है तो नकली है।