
kanjivaram Saree Storage Tips:जब कांजीवरम साड़ी तन पर सजती है, तो किसी भी महिला की खूबसूरती में चार चांद लग जाते हैं। प्योर रेशम और गोल्डन जरी से बनी यह साड़ी न सिर्फ साउथ इंडिया, बल्कि पूरे भारत की पारंपरिक पहचान बन चुकी है। शायद ही कोई महिला हो जिसकी वार्डरोब में कांजीवरम साड़ी न हो।हालांकि, हर किसी के पास प्योर कांजीवरम साड़ी हो, ये जरूरी नहीं है, क्योंकि इसकी कीमत काफी ज्यादा होती है। इसकी शुरुआती कीमत 15 हजार से होती है और यह लाखों रुपये तक जाती है। अगर आपके पास असली कांजीवरम साड़ी है, तो आप इसे एक विरासत की तरह संजोकर रख सकती हैं, ताकि आने वाली पीढ़ी आपकी बेटी या बहू भी इसे पहनकर शाही लुक पा सके।
हालांकि, कांजीवरम साड़ी को लंबे समय तक नया बनाए रखने के लिए कुछ खास देखभाल की जरूरत होती है, ताकि इसकी चमक और खूबसूरती सालों तक बनी रहे।
कांजीवरम साड़ी को घर पर ना धोएं
अगर आपके पास महंगी कांजीवरम साड़ी है तो उसे घर पर बिल्कुल वॉश ना करें। अच्छे ड्राई क्लीनर को दें। अगर कभी जरूरत पड़ी तो फिर ठंडे पानी में सॉफ्ट शैंपू को डालकर धोएं। सर्फ या साबून का यूज बिल्कुल ना करें।
धूप में ना सुखाएं
अगर आप घर में कांजीवरम साड़ी वॉश करती है तो फिर इसे निचोड़े नहीं। ठंडे पानी में धोने के बाद इसे लाइट शेड्स में सुखाएं। सीधे धूप में ना डाले, नहीं तो यह फेड हो सकता है।
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आयरन करते वक्त बरते सावधानी
आयरन (प्रेस) करते समय कांजीवरम साड़ी पर सीधे प्रेस न करें। साड़ी के ऊपर कॉटन का कपड़ा रखें और फिर हल्के तापमान पर आयरन करें। इससे ज़री की चमक बनी रहेगी और सिल्क का फैब्रिक भी खराब नहीं होगा।
हैंगर में ना लटकाएं
कांजीवरम साड़ी को हैंगर से कभी ना लटकाएं। इसे मुलायम बटर पेपर या कॉटन का कपड़ा रखकर फोल्ड करें और फिर कपड़े की बनी थैली में डालकर स्टोर करें।इससे जरी आपस में रगड़ खाकर काली नहीं होगी और फैब्रिक खराब नहीं होगा।
सिलिका जेल या नीम की पत्तियां रखें
जहां साड़ी स्टोर करें, वहां सिलिका जेल के पाउच या सूखी नीम की पत्तियां रखें। इससे साड़ी में नमी नहीं लगेगी। फंगस से भी बचाव होगा।
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हर 3 से 6 महीने में बदलें फोल्ड
साड़ी को लंबे समय तक एक ही तरीके से फोल्ड कर रखने से उसमें क्रीज परmanent हो सकते हैं। हर 3–6 महीने में साड़ी को खोलकर नए तरीके से फोल्ड करें।