Chaitra Navratri 2023: नवरात्रि की सफाई करने के दौरान घर से बाहर फेंक दें ये 6 चीजें, नहीं तो माता रानी हो सकती है क्रोधित
लाइफस्टाइल: चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 22 मार्च से हो रही है। माता रानी के आने से पहले घर की साफ सफाई करने का विशेष महत्व होता है। ऐसे में हम आपको बताते हैं ऐसी 6 चीजें जो आपको सफाई के दौरान तुरंत घर से बाहर निकाल कर फेंक देनी चाहिए…
Deepali Virk | Published : Mar 17, 2023 10:28 AM IST
खंडित मूर्ति अगर आपके घर में कोई खंडित मूर्ति रखी हुई है, तो इसे नवरात्रि की सफाई के दौरान घर से बाहर कर दें और इसे नदी में विसर्जित कर दें, क्योंकि टूटी हुई मूर्ति की पूजा करना अशुभ माना जाता है और यह दुर्भाग्य का कारण भी बनती है।
मांस मछली अंडा नवरात्रि से पहले घर की सफाई कर रहे हैं तो घर में अगर मांस, मछली, अंडा, चिकन जैसी चीजें पड़ी हुई है, तो इसे तुरंत बाहर कर दें, क्योंकि नवरात्रि के दौरान घर में इस तरह के खाद्य पदार्थ वर्जित होता हैं। इससे माता रानी रुष्ट हो सकती है।
प्याज लहसुन नवरात्रि के 9 दिनों में प्याज लहसुन खाना भी वर्जित माना जाता है। ऐसे में अगर आप 9 दिन का व्रत कर रहे हैं या माता रानी के जवारे घर पर बो रहे हैं, तो आप घर से प्याज लहसुन को भी बाहर कर दें।
पुरानी झाड़ू अगर आपके घर में पुरानी टूटी फूटी झाड़ू रखी हुई है, तो इसे सफाई के दौरान ही घर से बाहर कर दें। नवरात्रि के दौरान टूटी हुई झाड़ू घर में नहीं रखना चाहिए। नवरात्रि से पहले आप घर में नई झाड़ू लेकर आए, क्योंकि कहते हैं कि झाड़ू में लक्ष्मी जी का वास होता है।
खराब जूते चप्पल और कपड़े नवरात्रि से पहले घर की साफ-सफाई इसलिए भी की जाती है, ताकि हम खराब और पुराने कपड़े और जूते चप्पलों को घर से बाहर कर दें, क्योंकि घर में फटे पुराने कपड़े और जूते चप्पल को रखने से घर में दरिद्रता आती है और पैसा भी घर में नहीं रुकता है।
बंद घड़ी अगर आपके घर में कोई घड़ी बंद पड़ी हुई है तो या तो आप उसमें बैटरी डालकर उसे चालू कर लें। नहीं तो अगर वह खराब है तो उसे घर से बाहर कर दें, क्योंकि घर में बंद घड़ी नहीं रखना चाहिए। इससे तरक्की में बाधा आती है।
सफाई करते समय रखें इन चीजों का ध्यान नवरात्रि की सफाई करने से पहले आप मंदिर की साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें। आप चाहे तो मंदिर वाले कमरे में पुताई करके इसे स्वच्छ कर सकते हैं या फिर साफ कपड़े से पूरे मंदिर को साफ करें। मूर्तियों को अच्छे से स्नान कराकर उन्हें पुनः स्थापित करें और फिर नवरात्रि की पूजा शुरू करें।