अक्सर आपने लोगों को कहते सुना होगा कि हमेशा 7-8 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए, लेकिन क्या आप जानते हैं कि 7 से 8 घंटे की नींद आपके मौत के जोखिम को भी कम कर सकती है। यकीन नहीं आता तो इस रिसर्च को एक बार जरूर पढ़ लें।
लाइफस्टाइल डेस्क: आजकल खराब लाइफस्टाइल के चलते लाखों युवाओं का स्लीपिंग पैटर्न बिगड़ गया है। इसके चलते उन्हें कम उम्र में ही कई बीमारियां हो जाती है और कई बार तो यह बीमारियां इतनी बढ़ जाती है कि मौत को भी न्योता दे देती है। हाल ही में हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में पोस्ट डॉक्टोरल रिसर्च में यह खुलासा हुआ कि पर्याप्त नियमित नींद लेने वाले वयस्कों में अपर्याप्त नींद लेने वाले वयस्कों की तुलना में 39% मृत्यु दर कम थी।
क्या कहती है रिसर्च
हाल ही में हॉवर्ड मेडिकल स्कूल में पोस्ट-डॉक्टोरल रिसर्च फेलो और बोस्टन में ब्रिघम और महिला अस्पताल में नींद और सर्कैडियन डिसीसिस पर एक रिसर्च की गई। जिसमें पाया गया कि नियमित रूप से सोने वालों ने अनियमित सोने वाले लोगों को पीछे छोड़ दिया। अमेरिकन एकेडमी ऑफ स्लीप मेडिसिन एंड स्लीप रिसर्च सोसायटी ने सलाह दी कि स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए वयस्कों को नियमित रूप से प्रति रात 7 घंटा या इससे ज्यादा सोना चाहिए। स्वस्थ नींद के लिए पर्याप्त अवधि, उचित समय, अच्छी गुणवत्ता, नियमितता और डिस्टरबेंस की कमी होनी चाहिए। शोधकर्ताओं ने एथेरोस्क्लेरोसिस स्लीप स्टडी के मल्टी-एथनिक स्टडी के डाटा का एनालिसिस किया, जिसमें 1759 प्रतिभागी शामिल थे। 7 साल के औसत स्लीपिंग पैटर्न में पाया गया कि जो लोग नियमित रूप से समय पर सो जाते हैं और अपनी 7 से 8 घंटे की नींद पूरी करते हैं। उनमें 39% वृद्धि दर कम पाई गई। रिसर्च करने वाले चुंग ने कहा कि स्वास्थ्य नींद के लिए नियमित रूप से सोने और जागने का समय बनाए रखना जरूरी है।
पर्याप्त नींद लेने के फायदे
दिमाग की गुणवत्ता सुधारें
नियमित रूप से पर्याप्त नींद लेने से एकाग्रता, याददाश्त, समस्याओं को सुलझाने की क्षमता और कॉग्निटिव फंक्शन बेहतर होता है। यह दिमाग को बेहतर रूप से काम करने के लिए प्रेरित करता है।
एनर्जी और प्रोडक्टिविटी बढ़ाएं
अच्छी नींद हमारे शरीर और दिमाग को आराम देने का काम करती है, जिससे अगले दिन आप एनर्जी से भरपूर महसूस करते हैं और प्रोडक्टिविटी भी बढ़ती है।
इम्यूनिटी को बढ़ाएं
नींद के दौरान हमारा शरीर प्रतिरक्षा कोशिकाओं और प्रोटीन का उत्पादन करता है, जो संक्रमण और बीमारियों से लड़ने के लिए जरूरी होता है। इससे इंसान की इम्युनिटी बढ़ती है।
वेट मैनेजमेंट
नींद की कमी भूख को नियंत्रित करने वाले हार्मोन को बाधित करती है जिससे क्रेविंग बढ़ जाती है और अधिक खाने की संभावना होती है। उचित नींद के साथ आप अपने वेट को मैनेज कर सकते हैं और यह वेट लॉस में भी मदद करता है।
पुरानी बीमारी के जोखिम को कम करें
लंबे समय तक नींद की कमी, डायबिटीज, हार्ट डिसीस, स्ट्रोक और कुछ प्रकार के कैंसर के जोखिम से जुड़ी है। नींद की अच्छी आदतें इन जोखिम को कम करने में मदद कर सकती हैं।
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