प्रेमानंद महाराज ने बताया मोर पंख से जुड़े वास्तु नियम, घर में रखना शुभ या अशुभ?

Published : Oct 08, 2024, 01:07 PM IST
premanand ji maharaj keeping mor pankh rule

सार

मोर पंख सिर्फ सजावट के लिए नहीं है, वास्तु शास्त्र में इसे सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। जानें, घर में कहाँ रखें मोर पंख, इसके फायदे और वास्तु नियम प्रेमानंद महाराज जी से।

मोर पंख भगवान श्री कृष्ण को बेहद प्रिय है, यह उनके श्रृंगार के लिए मुख्य रूप से इस्तेमाल किया जाता है। मोर पंख कान्हा के श्रृंगार के अलावा लोग घर में सजाने के लिए भी इस्तेमाल करते हैं। मोर पंख का वास्तु शास्त्र में विशेष महत्व है। इसे सकारात्मक ऊर्जा और सौभाग्य लाने वाला माना जाता है। मोर पंख न सिर्फ धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है बल्कि वास्तु शास्त्र में भी इसे घर की ऊर्जा को शुद्ध और सकारात्मक बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। हालही में वृंदावन के प्रेमानंद महाराज जी ने बताया है कि मोर पंख को घर में कहां रखना चाहिए, इसके अलावा हमने भी इससे जुड़ी कुछ खास जानकारी जैसे इसे रखने के नियम, महत्व और लाभ के बारे में इस लेख में बताया है।

मोर पंख के वास्तु लाभ:

नकारात्मक ऊर्जा का नाश:

मोर पंख को घर में रखने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। मोर पंख में शक्तिशाली ऊर्जा होती है जो घर की वातावरण को शुद्ध और सकारात्मक बनाती है।

धन और समृद्धि में वृद्धि:

प्रेमानंद महाराज ने बताया है कि मोर पंख को घर में रखने से धन और समृद्धि में वृद्धि होती है। इसे तिजोरी या अलमारी में रखना शुभ माना जाता है।

नजर दोष से बचाव:

मोर पंख को घर के मुख्य दरवाजे पर लगाने से नजर दोष से बचाव होता है। इसे दरवाजे के ऊपर या घर के पूर्व दिशा में लगाया जा सकता है।

बच्चों की सुरक्षा:

बच्चों के कमरे में मोर पंख रखने से उनकी सुरक्षा होती है और उन्हें बुरे सपनों से बचाव मिलता है। इसके अलावा उनके पढ़ने के स्थान में भी इसे रखने से उन्हें इससे सकारात्मक ऊर्जा मिलती है और पढ़ाई में उनका मन लगता है।

विवादों का निवारण:

घर में अगर किसी प्रकार के पारिवारिक विवाद या तनाव होते हैं, तो मोर पंख को दक्षिण-पूर्व दिशा में रखने से सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और कलह क्लेश कम होता है।

घर में मोर पंख कहां रखें?

मंदिर या पूजा स्थान में:

मोर पंख को घर के पूजा स्थान या मंदिर में रखना अत्यंत शुभ माना जाता है। यह ईश्वर की कृपा और सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है।

मुख्य द्वार पर:

इसे घर के मुख्य द्वार के पास लगाने से बुरी शक्तियों का प्रवेश नहीं होता और घर में शांति और सुख-समृद्धि बनी रहती है।

तिजोरी या अलमारी में:

जहां आप धन रखते हैं, उस स्थान पर मोर पंख रखने से आर्थिक स्थिरता और वृद्धि होती है।

बच्चों के कमरे में:

बच्चों के कमरे में मोर पंख रखने से बच्चों पर नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव नहीं पड़ता और वे रात में अच्छी नींद लेते हैं।

पढ़ाई के स्थान पर:

स्टडी रूम या पढ़ाई की मेज पर मोर पंख रखने से एकाग्रता बढ़ती है और पढ़ाई में सफलता मिलती है।

मोर पंख कहां नहीं रखें?

शौचालय या बाथरूम में:

मोर पंख को कभी भी शौचालय या बाथरूम के पास नहीं रखना चाहिए। इससे नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न हो सकती है।

रसोई में:

रसोई में मोर पंख रखने से इसका सकारात्मक प्रभाव कम हो जाता है, इसलिए इसे किचन में नहीं रखना चाहिए।

फर्श पर:

मोर पंख को कभी भी फर्श पर नहीं रखना चाहिए। यह अनादर माना जाता है और इसका लाभ नहीं मिलता।

क्या करें और क्या नहीं करें:

  • मोर पंख को नियमित रूप से साफ करें। यह शुद्धता और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक होता है।
  • इसे घर के पवित्र स्थानों पर रखें, जैसे पूजा स्थल या मुख्य दरवाजे के पास।
  • इसे बच्चों के बुरे सपनों और नजर दोष से बचने के लिए उनके कमरे में रखें।
  • अगर मोर पंख टूट जाए या पुराना हो जाए, तो उसे तुरंत बदल दें और नया मोर पंख लेकर आएं।

मोर पंख वास्तु शास्त्र में सकारात्मक ऊर्जा, समृद्धि और शांति का प्रतीक है। सही स्थान पर इसे रखने से घर में सुख-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। वहीं, गलत स्थान पर रखने से इसके नकारात्मक परिणाम भी हो सकते हैं। इसलिए मोर पंख के साथ जुड़े वास्तु नियमों का पालन करना आवश्यक है ताकि इसका पूरा लाभ मिल सके।

 

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