क्या आप खुद को नुकसान पहुँचाने वाले (Self sabotage) विचारों या व्यवहार वाले व्यक्ति हैं? आपकी शांति भंग होने और अपने लक्ष्यों तक पहुँचने में असमर्थता का मुख्य कारण यही हो सकता है। निम्नलिखित बातें आपको प्रभावित करती हैं या नहीं, इसकी जाँच करें:
1. हमेशा खुद को दोष देना। Negative self-talk कहलाने वाली यह आदत आत्मविश्वास को कमजोर करती है। हमेशा नकारात्मक विचारों से घिरे रहना, कि कुछ भी सही नहीं होगा।
2. समय पर काम पूरा न करके टालमटोल करना। Procrastination कहलाने वाली यह स्थिति मानसिक तनाव से जूझ रहे अधिकांश लोगों में देखी जाती है।
3. हर काम को पूरी तरह से करने की ज़िद। Perfectionism कहलाने वाली यह स्थिति आपको ज़िम्मेदारियाँ लेने से रोक सकती है। आप वास्तविकता से दूर, ऊँची उम्मीदें और सख्त नियम पालन करने की कोशिश करते हैं।
4. असफलता का डर। Fear of failure - इससे आप नए काम करने से डरते हैं और पीछे हट जाते हैं।
5. कार्यस्थल पर परेशानियाँ होने पर भी, बदलाव न होने पर भी, डर के कारण कुछ नया करने से हिचकिचाना। Comfort zone dependence कहलाने वाली यह स्थिति आपको एक ख़राब रिश्ते या दोस्ती से बाहर निकलने से रोकती है।
6. तनाव कम करने के लिए सही तरीके न अपनाकर, स्वास्थ्य के लिए हानिकारक चीजों का सहारा लेना। उदाहरण के लिए, तनाव में ज़्यादा खाना, शराब या नशे की लत, सोशल मीडिया या गेमिंग पर ज़्यादा समय और पैसा बर्बाद करना।
अपने आत्मविश्वास को कमजोर करने वाले विचारों को पहचानें। खुद से प्यार से बात करें। खुद को शांत और आत्मविश्वास से भरपूर बनाने वाले तरीके से बात करना सीखें। CBT नामक मनोवैज्ञानिक थेरेपी नकारात्मक सोच को बदलने में मदद कर सकती है।
(लेखिका प्रिया वर्गीस, तिरुवल्ला में क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट हैं।)