Shimla Travel Guide: अगर आप सर्दियों में दिल्ली से शिमला की छोटी ट्रिप पर जाना चाहते हैं, तो यह 48 घंटे की गाइड आपको बर्फबारी, एडवेंचर और खूबसूरत नजारों के साथ शिमला को पूरी तरह से एक्सप्लोर करने में मदद करेगी।
ट्रेवल डेस्क। दीपावली के बाद सर्दियों की शुरुआत हो जाएगी। ज्यादातर लोग बर्फबारी देखने के लिए उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जाना पसंद करते हैं। ऐसे में अगर आप भी इस सर्दी हसीन वादियों का दीदार करने की सोच रहे हैं लेकिन छुट्टी सबसे बड़ी दुश्मन बनी हुई है तो अब बेफिक्र हो जाइए। दरअसल, दिल्ली निवासी हैं तो ये आर्टिकल आपके लिए है। जहां बताएंगे कि कैसे दो दिन के अंदर शिमला को एक्सप्लोर कर सकते हैं वो भी एडवेंचर के साथ। साथी ही आपको कोई एक्सट्रा छुट्टी भी नहीं लेनी पड़ेगी। तो फटाफट जानते हैं 48 घंटों के अदर शिमला टूर गाइड कैसे करें।
शिमला रेल,ट्रेन और बस तीनों से पहुंचा जा सकता है लेकिन यात्रा को थोड़ा एडवेंचर्स बनाना है तो आप कालका-शिमला रेलवे से आये। इसे यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल का दर्जा दिया है। ट्रेन ट्रिप पर आप खूबसूरत पहाड़ों को निहार सकते हैं। वहीं, बस से आना चाहते हैं तो दिल्ली-चंडीगढ़ से शिमला के लिए सीधे बस मिल जाएगी। अगर फ्लाइट से आने का प्लान है तो जुब्बरहट्टी एयरपोर्ट तक आने पड़ेगा। यहां से शिमला 22 किलोमीटर दूर है।
शिमला ट्रिप की शुरुआत रिज से करें। ये शहर का फेमस टूरिस्ट स्पॉट है। जहां से पहाड़ों का शानदार नजारा दिखता है। यहां पर आप सुकून के पल बिताते हुए आसपास स्थित कैफे-रेस्टोरेंट में ब्रेकफास्ट कर सकते हैं। इसके अलावा ठंड में यहां पर स्नो स्केटिंग भी होती है,हालांकि इस एक्टिविटी का मजा उठाने के लिए बर्फबारी होना जरूरी है।
वैसे तो शिमला में कई ऐतिहासिक इमारतें स्थित हैं,लेकिन टॉन हॉल सबसे अलग खूबसूरत है। यहां पर फोटो-शूट कराने का मजा ही कुछ और है। हर मौसम में यहां पर टूरिस्ट की भीड़ रहती है। इस जगह पर शिमला नगर निगम का कार्यालय है। इसके बाद आप ऑब्ज़र्वेटरी हिल्स जाए। यहां पर आजादी से ब्रिटिश वायसराय रहते थे। हिल पर ब्रिटिश राज के कई लॉंज भी मिल जाएंगे। अगर इतिहास में दिलचस्पी रखते हैं तो इस जगह को जरूर विजिट करें।
टॉउन हॉल घूमते-घूमते शाम हो जाएगी। आखिर में आप शिमला की प्रसिद्ध टॉय ट्रेन की सवारी करें। ये नेचर और पहाड़ों के बीच से होकर गुजरती है। जिसे देखकर आपको जन्नत का अहसास होगा। वहीं, 1903 में शुरू हुई यह ट्रेन हरे-भरे पहाड़ों से होकर गुजरती है और 4-5 घंटे में कालका से शिमला तक 96 किमी की दूरी तय करती है। आखिर में स्ट्रीट फूड के साथ दिन खत्म करें।
हैवी क्राउड प्लेस पर नहीं जाना चाहते हैं तो शिमला से थोड़ी दूर कुफरी है, जो बर्फ प्रेमियों के लिए खास जगह है। स्नोफॉल देखने के लिए शायद इससे जगह मिली। यहां पर आप स्कीइंग, टोबोगनिंग और घुड़सवारी जैसी कई एडवेंचर्स एक्टिविटीज का मजा उठा सकते हैं। वहीं, कुछ एडवेंचर्स के लिए नारकंडा जा सकते हैं जो शिमला से मात्र 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां पर बढ़िया स्कीइंग एक्टिविटीज होती हैं,जहं से हिमालय के खूबसूरत नजारे दिखतें हैं।
जाखू मंदिर ट्रेक को शिमला की सबस ऊंची चोटी कहा जाता है। ये मंदिर भगवान हनुमान को समर्पित है। यहां पर आप एक शांत सुबह बिता सकते हैं। मंदिर तक पहुँचने के लिए रोपवे, सड़क या ट्रेक का रास्ता है। ट्रेक करना रोमांचक अनुभव हो सकता है और रास्ते में सुंदर नज़ारे भी मिलते हैं। इतना घूमते-घूमते रात हो जाएगी। बस आप शिमला के ट्रेडिशनल फूड के साथ ट्रिप का अंत करें।